नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी चीफ मायावती से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे हैं. एग्जिट पोल के बाद बने हालात के बीच इस मुलाकात को खासा अहम माना जा रहा है. माना जा रहा है कि दोनों के बीच वर्तमान हालात पर चर्चा हो रही है.
क्या कहता है यूपी का एग्जिट पोल
एबीपी न्यूज़-नील्सन के एग्जिट पोल के मुताबिक महागठबंधन को 45, बीजेपी को 33 और कांग्रेस को दो सीटें मिल सकती हैं. यानि साफ है कि यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन मजबूत ताकत बन कर सामने आ सकता है जबकि बीजेपी को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
मजबूत गठबंधन
लोकसभा चुनाव के सातों चरणों में मायावती ने 22 बार अखिलेश के साथ मंच साझा किया और साथ मिलकर करीब आधा दर्ज रोडशो किए. कई लोगों को ताज्जुब में डालते हुए अखिलेश ने मायावती को मैनपुरी की एक रैली में मुलायम सिंह यादव के साथ भी मंच साझा करने के लिए राजी कर लिया.
प्रदेश में सपा-बसपा की कुल 97 रैली हुईं जबकि बीजेपी ने 407 रैली कीं. राज्य में प्रचार समाप्त होने के बाद भावी रणनीति के लिए अखिलेश ने मायावती के साथ कई बैठकें की हैं.
यूपी है सबसे खास
लोकसभा सीटों की संख्या के मामले में भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है. इस लिहाज से दिल्ली की सत्ता हासिल करने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है इसमें कोई शक नहीं. उत्तर प्रदेश की राजनीतिक हैसियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस राज्य ने देश को 10 प्रधानमंत्री दिए हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य में 71 सीटें जीती थीं, जबकि एनडीए में शामिल अपना दल के खाते में दो सीटें आई थी.