इलाहाबाद: यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित पीसीएस-2017 की लिखित मुख्य परीक्षा के दोनों पर्चे लीक होने के मामले पर ट्वीट करते हुए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार की नाकामी,भ्रष्टाचार और उनकी अहंकारी ज़िद का प्रतीक है. सरकार ओर आयोग ख़ुद तैयार नहीं हैं और अभ्यर्थियों से एक महीने से कम समय में तैयारी की उम्मीद रखते हैं. इस सरकार में देश-प्रदेश का हर संस्थान और संविधान संकट के दौर से गुजर रहा है.


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बता दें कि इस घटना के बाद पेपर रद्द कर दिए गए. इलाहाबाद के एक सेंटर पर गलत पेपर बंटने के बाद नाराज़ अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया और एग्जाम सेंटर से निकलकर नारेबाजी करने लगे.





अभ्यर्थियों के हंगामे के चलते कमीशन ने प्रेस नोट जारी कर दोनों पालियों की परीक्षाएं रद्द कर दीं. वैसे इससे पहले 2015 में भी पीसीएस प्री का पेपर लखनऊ से लीक हो चुका है. गलत पेपर बंटने और पेपर लीक होने ने यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.


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इससे पहले कमीशन से पांच सालों में हुई भर्तियों की जांच पिछले पांच महीने से देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई कर रही है.गौरतलब है कि यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन की लिखित मुख्य परीक्षाएं कल यानी अठारह जून से यूपी के दो शहरों लखनऊ और इलाहाबाद में शुरू हुई हैं. परीक्षा के लिए इलाहाबाद में सत्रह और लखनऊ में ग्यारह सेंटर बनाए गए थे.