लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस से बडे दिल का परिचय देने का अनुरोध करते हुए कहा कि आने वाले चुनावों को देखते हुए इस प्रक्रिया में किसी तरह की देरी से अन्य राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवार घोषित करने का मौका मिल सकता है.


अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'मैं आज भी कह रहा हूं कि कांग्रेस को विशाल हृदय का परिचय देना चाहिए और उसे समान विचारधारा वाले सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर चुनाव लड़ना चाहिए. अगर देरी हो जाएगी, तो हो सकता है कि और दल भी अपने प्रत्याशी घोषित कर दें. बाद में ये आरोप लगेगा कि वे भाजपा से मिले हुए हैं.'

बीजेपी की खिलाफ बन रहे महागठबंधन पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है. मायावती अब इस महागठबंधन का हिस्सा नजर नहीं आ रही हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को बीजेपी का एजेंट बताया और कहा कि कांग्रेस बीएसपी को खत्म करना चाहती है.

मायावती ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन से इंकार किया है. बीएसपी छत्तीसगढ़ में पहले ही अजित जोगी की पार्टी से गठबंधन कर चुकी है.

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मायावती पर पीएम मोदी औरर अमित शाह का दवाब है. उन्होंने मायावती और चंद्रशेखर की तुलना करते हुए भीम आर्मी संस्थापक को अधिक मजबूत बताया.

मायावती के बयान के बाद कांग्रेस की ओर से रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया और कहा कि अगर सलवटें हैं तो हम उनको ठीक कर लेंगे. वहीं इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा,"मुझे पता है मायावती दबाव में कुछ नहीं करतीं."