नई दिल्ली: एक तरफ अखिलेश के बंगला छोड़ने और उसमें तोड़फोड़ की बात चल रही है. सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह की फोटोज शेयर की जा रही हैं वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव के निजी सचिव गजेंद्र सिंह ने इसे दुष्प्रचार बताते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. गजेंद्र ने ये गौतमपल्‍ली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.


बता दें कि आरोप-प्रत्यारोप के बीच समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील यादव ने कहा कि बंगले में तोड़फोड़ सीएम योगी के आदेश पर हुई है. वो यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि उपचुनावों में हार से हताश मुख्यमंत्री इस मुद्दे के जरिए जनता के बीच अखिलेश यादव की छवि खराब करना चाहते हैं.


गजेंद्र का कहना है कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह की की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस पर तरह-तरह की तस्वीरें शेयर की जा रही है जिसके खिलाफ हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.


बता दें कि अखिलेश यादव ने इसे अपने मुख्यमंत्री रहते ही बनवाया था, इसको भव्य रूप देने और साज सज्जा में दो बार में 42 करोड़ रुपये खर्च किये गए थे. इस खर्च का भुगतान यूपी के राज्य संपत्ति विभाग ने किया.


इसके पहले ये बंगला कृषि उत्पादन आयुक्त का हुआ करता था जिसके पीछे लोक निर्माण विभाग के सर्वेंट क्वार्टर हुआ करते थे. बगल के मुलायम सिंह यादव के बंगले से करीब तीन गुना बड़ा इसे बनाया गया था.


अखिलेश यादव के परिवार के मुताबिक और उनके राज्यसभा सांसद बिल्डर संजय सेठ की सलाह पर इसे बनाया गया था. इसका काम मुंबई की एक बड़ी कंपनी ने किया था.