बांदा: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ एक फौजी को टिकट देकर भाजपा के आतंकवाद के मुद्दे की हवा निकाल दी है. अखिलेश ने एक चुनावी रैली में कहा "भाजपा के लोग चुनाव प्रचार के दौरान आतंकवाद की बात कर रहे हैं. हमने वाराणसी से एक फौजी को टिकट देकर उनके इस मुद्दे की भी हवा निकाल दी है. वह फौजी असली है, जिसने सीमा पर देश की सुरक्षा की है. भाजपा के लोग कहते हैं कि उनकी वजह से देश सुरक्षित है. लेकिन हम कहते हैं कि हमारे जवानों की वजह से ही देश सुरक्षित है. जनता को भाजपा के बहकावे में नहीं आना चाहिये."


सपा अध्यक्ष ने कहा कि अगड़ी जातियों को आरक्षण दिये जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. इस बारे में विरोधी कोई भी झूठ फैला सकते हैं, कोई भी साजिश कर सकते हैं जिससे सावधान रहना होगा.

अखिलेश ने लोगों से कहा कि वर्ष 2014 में बड़े-बड़े वादे करके भाजपा सत्ता में आयी और अब 2019 चल रहा है. इन पांच साल में हमारे बुंदेलखण्ड और बांदा के लोगों को क्या मिला है उसका हिसाब और आकलन करने का चुनाव है.

सपा अध्यक्ष ने झांसी से सांसद केन्द्रीय मंत्री उमा भारती का नाम लिए बिना कहा "भाजपा ने गंगा साफ करने के लिये मंत्रालय बनाया था. गंगा साफ नहीं हुई, मगर वह मंत्रालय जिनको दिया गया था, उनका टिकट जरूर साफ कर दिया गया."

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेता सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को महामिलावट कहते हैं. "मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह महापरिवर्तन वाला गठबंधन है. यह दो दलों के विचारों का संगम हुआ है. यह गठबंधन परिवर्तन के साथ-साथ सामाजिक न्याय का गठबंधन है. जिन्हें बरसों से न्याय नहीं मिला, यह उन्हें इंसाफ दिलाने का गठबंधन है."

अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने 'ठोंको नीति' लागू की है. यह नीति जनता और पुलिस से होती हुई भाजपा विधायकों और सांसदों में भी आ गयी. संतकबीर नगर में सांसद ने विधायक के साथ कथित दुर्व्यवहार किया. इसलिये यह चुनाव सिर्फ चौकीदार को हटाने का ही नहीं, बल्कि ‘ठोकीदार’ को भी हटाने का है.

सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार में सिर्फ जनता ही नहीं, जानवर भी परेशान हैं. हरदोई और कन्नौज में पिछले दिनों चुनावी सभाओं के दौरान सांड के उत्पात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने 'आवारा पशुओं' के इंतजाम का वादा पूरा नहीं किया. जो सरकार जानवरों का ध्यान नहीं रख सकती, वह इंसानों का क्या रखेगी. उन्होंने कहा 'हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम कहीं से भी संसाधन जुटाकर पशुओं के खाने-पीने और बाड़े लगाकर उन्हें सुरक्षित रखने का इंतजाम करेंगे.'