उन्होंने कहा है कि समाज को सुरक्षा देने की ज़िम्मेदारी पुलिस की रही है, लेकिन वही गोली मारने लगें तो फिर कैसी हालत होगी. मुख्यमंत्री से लेकर उप मुख्यमंत्री पर मुक़दमे दर्ज हैं. इससे पहले नोएडा में जितेन्द्र यादव के साथ यही हुआ. इसी तरह बागपत के सचिन गूजर का भी एनकांउटर हो गया. अलीगढ एनकांउटर में भी पुलिस पर सवाल खड़े हुए. कभी किसी सरकार को मानवाधिकार आयोग से इतने नोटिस नहीं मिले.
अखिलेश बोले, मुख्यमंत्री कहते हैं ठोंक दो. सरकार लोगों को डरा रही है. दुनिया में यूपी को लज्जित होना पड़ा है. मुझे याद है वो दिन जब हमने डीजीपी को बधाई दी थी कि आपके आ जाने से कभी अन्याय नहीं होगा. वे हमारे साथ भी काम कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस का काम क्या है? इनकी सरकार में तो जेल में हत्या हो जाती है. हमने तो परिवार के लिए पाँच करोड़ की माँग की है. उन्होंने बेटियों के लिए सपने देखे होंगे. हम तो चाहते हैं कि सभी फ़र्ज़ी एनकाउंटर में पीड़ित परिवारों की मदद होनी चाहिए.
इससे पहले भी अखिलेश ने इस मुद्दे पर दो ट्वीट किए थे.