लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दो अलग-अलग ट्वीट कर केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर तंज कसा. उन्होंने कहा, "खाद की बोरी से पांच सालों में 5-5 किलो 'चोरी' कर जो निकाला है, बीजेपी अब उसी को छह हजार रुपये बनाकर वापस करना चाहती है. अगले चुनाव में किसान बोरी की चोरी करने वाली बीजेपी का बोरिया-बिस्तर बांध देगी."
अखिलेश यादव ने अपने पहले ट्वीट में कहा, "एक साल के बजट में दस साल आगे की झूठ बात है. बहुसंख्यक भूमिहीन किसानों को इसमें कुछ भी राहत नहीं है. पांच सालों की प्रताड़ना और पीड़ा के बाद किसान, व्यापारी-कारोबारी, बेरोजगार युवा अब बीजेपी से मुक्ति चाहते हैं, दिखावटी ऐलान नहीं."
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, "केंद्र की बीजेपी सरकार ने पिछले पांच सालों में 5-5 किलो करके खाद की बोरियों से जो निकाला है, चोरी की है, अब उसी को वो छह हजार रुपये बनाकर सालभर में वापस करना चाहती है. बीजेपी ने दाम बढ़ाकर व वजन घटाकर दोहरी मार दी है. अगले चुनाव में किसान बोरी की चोरी करने वाली बीजेपी का बोरिया-बिस्तर ही बांध देगी."
यूपी: बूथ मैनेजमेंट के दम पर 2019 के चुनाव जीतने की बीजेपी की कवायद
इससे पहले अखिलेश ने 'ट्वीट' करके कहा 'देश को रोजगार के झूठे आंकड़े देने वाली बीजेपी सरकार की सच्चाई आज खुल गयी है. पता चला है कि पिछले 45 सालों में सबसे अधिक बेरोजगारी 2017-18 में रही है. अब ये बेरोजगार युवा ही बीजेपी को अगले चुनाव में बेरोजगार करेंगे.'
अखिलेश ने अपने ट्वीट में नेशनल सैम्पल सर्वे के आवधिक श्रमशक्ति सर्वेक्षण पर आधारित एक मीडिया रिपोर्ट को भी टैग किया है.
खेत में खुदाई के दौरान निकली देवी की प्राचीन मूर्ति, 1000 साल पुरानी होने का दावा
उन्होंने कहा, 'पांच साल में 10 करोड़ नौकरियों का झूठा सपना दिखाने वालों से 2019 में 10 करोड़ नये मतदाता एक-एक नौकरी ना मिलने का बदला लेंगे. वही युवा जो विकास का सपना देखकर गांव छोड़ते हैं, अब उनकी सत्ता छीनेंगे, जिन्होंने उनके सपने छीने थे.'