कुशीनगर: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब जनता के साथ खड़े होने का वक्त था, तब वह ट्विटर पर व्यस्त थे. लल्लू गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में थे. उन्होंने कहा कि जब जनता के साथ खड़े होने का समय था, तब वह खड़े नहीं हुए. अब अखिलेश कह रहे हैं कि सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वालों को सम्मान और उनके मुकदमे वापसी करेंगे. यह बयान केवल जनता को गुमराह करने के लिए दिया गया है.


उन्होंने कहा कि जनता ने सपा को विपक्ष की भूमिका के लिए जनादेश दिया है. विपक्ष का काम होता है सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करना. विपक्ष के नेता को जनता के साथ खड़ा होने की जरूरत थी. इस वक्त अखिलेश यादव को जनता के साथ खड़ा होना चाहिए, लेकिन वे ट्विटर पर व्यस्त हैं. वे केवल कोरी बयानबाजी कर रहे हैं.


अखिलेश ने हाल ही में योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, ''राज्य सरकार पक्षपाती CAA को लेकर जनता में विश्वास पैदा करने के बजाये ‘बदला लेने’ जैसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रही है, जिसकी वजह से आज कई जगह हालात बिगड़े हैं. ठोकतंत्र की सोच वालों को जनता अब और नहीं सहेगी.


आज देश क़ौमी एकता के लिए एक साथ खड़ा है.


जय हिंद!


एक दूसरे ट्वीट में अखिलेश ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया था. उन्होंने लिखा था, आज के सत्ताधारी ये न भूलें कि जब जनता एक साथ आगे बढ़ती है तो बड़े-से-बड़े दमनकारी को पीछे हटना पड़ता है. ये झुकेंगे भी और पीछे हटेंगे भी.''


देश की एकजुट जनता अपने संविधान के मूल मूल्यों की रक्षा का आंदोलन लड़ रही है.


बता दें कि यूपी के 22 जिलों में पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. हंगामे के साथ साथ पब्लिक प्रॉपर्टी को जमकर नुकसान पहुंचाया गया. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार से हिंसा में 15 लोग मारे जा चुके हैं.


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