अलीगढ़: जिन्ना विवाद से चर्चा में आए अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो स्टेशन मास्टर को फोन पर धमकाते नजर आ रहे हैं. सतीश गौतम स्टेशन मास्टर से कह रहे हैं कि ''वैशाली एक्सप्रेस'' में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आ रहे हैं और उन्हें किसी भी तरह 10 मिनट में ट्रेन स्टेशन पर चाहिए.


सतीश गौतम ने स्टेशन मास्टर को ये भी कहा कि वैशाली एक्सप्रेस को 10 मिनट में स्टेशन पर लाने के लिए वो 'राजधानी एक्सप्रेस' ट्रेन को भी रोक दें. जरुरत हो तो सारी ट्रेनों को रोक दें. सतीश गौतम वही सांसद हैं, जिन्होंने एएमयू में जिन्ना की तस्वीर हटाने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति को चिट्ठी लिखी थी.


वीडियो वायरल होने के बाद से अब तक सांसद का कोई बयान नहीं आया है. इस बयान से साफ है कि सांसद महोदय के लिए रेलवे का अपना नियम कानून का पालन करना कोई मायने नहीं रखता. किसी भी स्थिति में स्टेशन मास्टर को उनके आदेश के ताबे होना चाहिए.


इस मामले में बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने कहा था कि यूनिवर्सिटी से तस्वीर तो हटकर ही रहेगी. उन्होंने कहा कि साल 1938 में तस्वीर लगी थी तो उसके बाद जिन्ना ने बंटवारा करवाया तब साल 1947 में तस्वीर क्यों नहीं हटाई गई?


दरअसल, यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर अलीगढ़ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर तारिक मंसूर को एक पत्र लिखा था. पत्र में बीजेपी सांसद ने उनसे पूछा था कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर लगाने की क्या मजबूरी बनी हुई है? वर्तमान में पकिस्तान की तरफ से गैर जरूरी हरकतें लगातार जारी हैं, ऐसे में जिन्ना की तस्वीर को यूनिवर्सिटी में लगाए रखना कितना तार्किक है? सांसद के इस पत्र के बाद से यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर हटाने पर बहस छिड़ी हुई है.