कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा को दूध से नहलाया, कहा- बीजेपी सांसद के उपवास से दूषित हुई थी मूर्ति
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को दूध से नहलाकर उसकी शुद्धिकरण किया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि चूकिं इस पार्क में बीजेपी नेता सतीश गौतम उपवास पर बैठे थे इसलिए यहां का माहौल और ये मूर्ति दूषित हो गई है.
अलीगढ़: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को दूध से नहलाकर उसकी शुद्धिकरण किया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि चूंकि इस पार्क में बीजेपी नेता सतीश गौतम उपवास पर बैठे थे इसलिए यहां का माहौल और ये मूर्ति दूषित हो गई है. उन्होंने कहा कि दूध से नहलाकर बाबा साहेब की मूर्ति का शुद्धिकरण किया गया.
Aligarh: Congress workers washed a statue of Dr BR Ambedkar, located in Ambedkar Park, with milk; say 'The statue and the atmosphere in the park had turned polluted after BJP Satish Gautam sat here for fast yesterday. So this had to be done' (13.04.2018) pic.twitter.com/9xFBCRr3Va
— ANI UP (@ANINewsUP) April 13, 2018
बता दें कि सतीश गौतम अलीगढ़ से बीजेपी सांसद हैं. सतीश गौतम गुरुवार को अलीगढ़ के अंबेडकर पार्क में संसद की कार्यवाही रोकने की वजह से कांग्रेस के खिलाफ उपवास पर बैठे थे. प्रधानमंत्री मोदी की उगुवाई में सभी बीजेपी सांसदों ने उपवास रखा था. हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि बीजेपी की वजह से दलितों के खिलाफ हो रहा है इसलिए बाबा साहब के मूर्ति का शुद्धिकरण जरूरी था.
द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार कांग्रेस के गौरव देव चौहान ने कहा, "मूर्ति को इसलिए दूध से नहलाया गया क्योंकि कल बाबा साहब की 127वां जयंती है और बीजेपी सांसद ने यहां पर उपवास करके मूर्ति और यहां के माहौल को दूषित कर दिया था."
इससे पहले अलीगढ़ के मेयर मोहम्मद फुरकान द्वारा अकरूर जी महाराज की मूर्ति को माला पहनाने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा और वैश्य समुदाय के लोगों ने मूर्ति की धुलाई की थी. मोहम्मद फुरकान ने कहा कि मुझे वैश्य समुदाय के लोगों ने कार्यक्रम में बुलाया था. मेरे वहां से वापस आने के बाद क्या हुआ, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है और मै गंदी राजनीति में शामिल नहीं होना चाहता हूं.
हालांकि 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक अलीगढ़ बीजेपी युवा मोर्चा के महासचिव विनय वार्षणेय ने कहा कि मोहम्मद फुरकान के आने की वजह से मूर्ति दूषित हो गई थी इसलिए उसकी धुलाई की गई.