अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के कैम्पस में छात्र नेता अजय सिंह ने सरस्वती की मंदिर बनवाने की मांग की है. जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी विधायक दलवीर सिंह के पोते अजय एएमयू में एलएलएम के छात्र हैं. एएमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक किसी भी केंद्रीय शैक्षणिक संस्थान में नया धार्मिक स्थल नहीं बन सकता है.


उन्होंने कहा कि अगर कोई हॉस्टल, हॉल और लाइब्रेरी के सामने मंदिर बनाने की मांग करे तो ऐसा संभव नहीं है. यह विवादित मांग है. साथ ही उन्होंने कहा कि एएमयू वीसी और पूरी यूनिवर्सिटी लग जाए तो भी ये संभव नहीं है.


वहीं मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शिक्षा निगरानी समिति के सदस्य डॉ मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष यूनिवर्सिटी है. जहां पर हजारों हिंदू छात्र पढ़ते हैं, पूरे कैंपस में एक भी मंदिर नहीं है. डॉ मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सौ प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले अरब देश में मंदिर बन सकता है, एएमयू में क्यों नहीं?


अजय सिंह ने बकायदा एएमयू वीसी को पत्र लिखकर मां सरस्वती के मंदिर बनवाने की मांग रखी है. अजय सिंह पिछली बार एएमयू में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े थे.


कैंपस में पहले भी हुआ है विवाद


अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पिछले एक साल में कई बार सुर्खियों में रहा है. अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकवादी मन्नान बशीर वानी के शोक में एक बैठक का आयोजन किया गया था. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की थी.


वहीं में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर बवाल मचा था. यूनिवर्सिटी में मुस्लिम संगठनों और हिंदूवादी संगठनों की तरफ से प्रदर्शनों का अयोजन किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्पष्ट कर दिया था कि जिन्ना को इतना महत्व देने का कोई मतलब नही है.