वायरल हुआ अलीगढ़ पुलिस का वीडियो, ट्रकों से कर रहे थे अवैध वसूली!
इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने मामले की जांच सीओ इगलास को सौंप दी है.
अलीगढ़: अलीगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कोतवाली इगलास पुलिस के लेपर्ड सिपाही रात को मथुरा से अलीगढ़ जा रही जानवर लदी गाड़ियों से अवैध वसूली करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है की कैसे दो पुलिस वाले ट्रक के ड्राइवर/क्लीनर से कुछ मोलभाव कर रहे हैं फिर वो पुलिसकर्मी कुछ लेते हैं और उसे अपनी जेब में रखते हैं. उसके बाद ट्रक चला जाता है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने मामले की जांच सीओ इगलास को सौंप दी है.
दरअसल अलीगढ़ में पशुओं को काटने का बड़ा काम है. यहां दर्जनों मीट फैक्ट्रियां हैं जो मीट का निर्यात करती हैं. आस-पास के जनपदों से यहां पशु लाए जाते हैं. ज्यादातर काटने के लिए लाए जाने वाले पशु रात के अंधेरे में ही ट्रकों पर लोड कर के लाए जाते हैं क्यों की कई बार इसमें चोरी के पशु भी होते हैं ताकि लाने वाले को कोई समस्या ना हो. इनको चेक करने का काम पुलिस का होता है.
मथुरा से भी कोतवाली इगलास से होकर दर्जनों गाड़ी यहां होकर जाती है. यहां की कोतवाली पुलिस का काम ऐसे ट्रकों की चेकिंग करना कि कहीं उसमे प्रतिबंधित पशु या चोरी के पशु तो नहीं है. लेकिन कोतवाली इगलास पुलिस पूरी रात इन ट्रकों से अवैध वसूली करती है. इसका किसी ने वीडियो बना कर वायरल भी कर दिया.
हमने जब अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से बात की तो उन्होंने बताया कि ये तो नहीं पता की वीडियो कहां का है लेकिन जिस क्षेत्र का बताया जा रहा है वहां के सीओ को जांच सौंप दी है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी. अब हमने वीडियो को देख कर थोड़ी पड़ताल की तो वीडियो में साफ़ दिख रहा है की जिस ट्रक से वसूली की जा रही है उस पर मथुरा का रजिस्ट्रेशन नंबर UP 85 अंकित है.
इससे एक बात तो साफ़ हो गई कि ये गाड़ी मथुरा की है. मथुरा से जब अलीगढ़ में एंट्री होती है तो अलीगढ़ जनपद का पहला थाना इगलास पड़ता है और वहां पुलिस की चेकिंग पोस्ट है. उसके बाद दो जगह और चेकिंग पोस्ट हैं वो भी इगलास कोतवाली के अंदर आते हैं. इगलास कोतवाली से निकल कर आगे लोधा थाना क्षेत्र में तमाम बूचड़खाने हैं जहां काटने के लिए ये पशु लाए जाते हैं.