अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में हथियार बनाने की एक अवैध फैक्टरी पकड़ी गई है. यहां पिस्टल और कट्टे बनाये जाते थे. ताला बनाने के नाम पर फ़ैक्टरी चलाई जाती थी, लेकिन अंदर अवैध तरीक़े से हथियार बनाए जाते थे. बिहार के मुंगेर से कारीगर बुला कर पिस्टल बनवाया जाता था. एक पिस्टल बनाने में 10 से 12 हज़ार लगते थे, जिसे आसानी से 30 हज़ार रूपये तक में बेच दिया जाता था. यूपी की स्पेशल टास्क फ़ोर्स यानी एसटीएफ़ ने हथियार बनाने के इस खेल का खुलासा किया है.
अलीगढ़ में हथियारों की अवैध फ़ैक्टरी के मामले में दो लोग पकड़े गए हैं. मुकेश शर्मा तो अलीगढ़ का रहने वाला है, जबकि नेम सिंह का घर मुरादाबाद में है. अलीगढ़ के सरायगढ़ी मोहल्ले में किराए के मकान में ये कारख़ाना चल रहा था. ताला बनाने के नाम पर कच्चा माल और औजार इकट्ठा किया जाता था.
एसटीएफ के आईडी अमिताभ यश ने बताया “एक मुखबिर से जानकारी मिलने के बाद हमने इस मिशन पर काम शुरू किया था.” एसटीएफ़ अब ये पता करने में जुटी है कि आख़िर ये हथियार किसको बेचे जाते थे.