इलाहाबाद: नेहरू- गांधी परिवार के पैतृक शहर इलाहाबाद में पार्टी नेताओं द्वारा अध्यक्ष राहुल गांधी को भगवान शिव की तस्वीर देने और उनके सामने हर-हर महादेव, बम- बम भोले और शिव भक्त राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाने के मामले को कांग्रेस पार्टी ने बड़ी अनुशासनहीनता मानते हुए इन्हे पार्टी से सीधे तौर पर बर्खास्त किये जाने का फैसला लिया है. इस मामले में राहुल गांधी की नाराज़गी और उनके तेवर को देखने के बाद इलाहाबाद के जिलाध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने पार्टी नेता हसीब अहमद समेत पांच लोगों को पार्टी से सीधे तौर पर बर्खास्त किये जाने का एलान किया है. बर्खास्तगी की मंजूरी के लिए जिलाध्यक्ष ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर को चिट्ठी भी भेज दी है.


यूथ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हसीब अहमद समेत पांच लोगों को पार्टी से बर्खास्त करने का फैसला


जिलाध्यक्ष की दलील है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने भगवान शिव के जयकारे लगाना, पार्टी नेताओं की मंजूरी के बिना उन्हें भगवान भोलेनाथ की तस्वीर भेंट करना अपनी निर्धारित जगह से आगे आकर उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश करना बड़ी अनुशासनहीनता है, इसलिए यूथ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हसीब अहमद समेत पांच लोगों को नोटिस देने या फिर निलंबित करने के बजाय उन्हें सीधे तौर पर पार्टी से बर्खास्त करने का फैसला लिया गया है. जिलाध्यक्ष ने अनौपचारिक बातचीत में यह भी दावा किया कि उन्होंने यह कदम दिल्ली दरबार की मंशा पर उठाया है, क्योंकि इससे काफी गलत संदेश जा सकता है. वैसे राहुल गांधी द्वारा मामूली सी बात पर नाराज़गी और पार्टी द्वारा अपने पुराने और वफादार नेताओं को सीधे तौर पर बर्खास्त किये जाने की कार्यवाही कांग्रेस पार्टी के फैसले पर कई सवाल खड़े करती है.


भगवान शिव की तस्वीर भेंट कर लगाए बम-बम भोले के नारे


गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के दो दिनों के दौरे पर जाने के लिए सत्ताइस सितम्बर को नई दिल्ली से प्लेन से इलाहाबाद आए थे. यहां एयरपोर्ट पर तकरीबन चालीस मिनट तक पार्टी नेताओं से मिलने के बाद वह हेलीकॉप्टर से एमपी के चित्रकूट के लिए रवाना हुए थे. राहुल गांधी अट्ठाइस सितम्बर की शाम करीब छह बजे हेलीकाप्टर से वापस इलाहाबाद पहुंचे थे. वापसी में भी उन्हें यहां के नेताओं से मुलाक़ात करने के साथ ही नाश्ता भी करना था. 28 सितम्बर की शाम को भी पार्टी के कई नेता राहुल गांधी से मिलने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे. पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी समेत कुछेक नेताओं से वह मिले ही थे कि तभी यूथ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और इलाहाबाद के पूर्व जिला महामंत्री हसीब अहमद ने राहुल को भगवान शिव की एक फ्रेम की हुई तस्वीर भेंट की. हसीब और उनके साथ आए यूथ कांग्रेस के कुछ दूसरे कार्यकर्ताओं ने इसके बाद राहुल गांधी के सामने हर-हर महादेव, बम-बम भोले और शिव भक्त और जनेऊधारी ब्राह्मण राहुल गांधी ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे. इतना ही नहीं हसीब अहमद व उनके समर्थकों ने राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने की भी कोशिश भी की.


पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने किया पांचों नेताओं को बर्खास्त किये जाने का एलान 


दावा है कि इस नारेबाजी की वजह से राहुल गांधी का मूड खराब हो गया और वह नाराज़ होकर हवाई पट्टी पर खड़े अपने विमान की तरफ चले गए. उन्होंने न तो पार्टी के बाकी नेताओं से मुलाक़ात कर उनका अभिवादन स्वीकारा और न ही मंगाया गया नाश्ता किया. नारेबाजी के दौरान राहुल गांधी का मूड ज़रूर खराब हुआ, लेकिन उन्होंने उस वक्त वहां एक भी शब्द नहीं बोला और अपने सिक्योरिटी स्टाफ को चलने का इशारा कर वापस चल दिए थे.राहुल गांधी की इस तरह से नाराज़गी के बाद ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी इस मामले में कड़े कदम उठा सकती है. घटना के तकरीबन सत्ताइस घंटे बाद ही पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने यूथ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हसीब अहमद और उनके चार समर्थकों की पहचान कर उन्हें निलंबित किये बिना ही सीधे तौर पर बर्खास्त किये जाने का एलान कर दिया. एलान से पहले ही वह बर्खास्तगी की मंजूरी के लिए प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को चिट्ठी भेज चुके थे. हसीब अहमद ने पिछले हफ्ते ही सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर राहुल गांधी को शिव भक्त के तौर पर पेश किया था.


वैसे कांग्रेस पार्टी का यह कदम हैरान करने वाला है, क्योंकि राहुल हाल के दिनों में गुजरात समेत कई राज्यों में मंदिरों में गए. इसके अलावा कैलाश मानसरोवर यात्रा की तस्वीरें व सूचनाएं वह खुद अपने ट्विटर एकाउंट से सार्वजनिक किया करते थे. ऐसे में कयास यह लगाए जा रहे हैं कि यूपी जैसे राज्य में पार्टी व राहुल की सेक्युलर छवि को लोगों के सामने पेश करने के लिए ही कांग्रेस ने भगवान शिव की तस्वीर देने व उनके जयकारे लगाने वाले नेताओं को सीधे तौर पर बर्खास्त करने का फैसला किया है.


कांग्रेस की इस कार्रवाई को इसलिए भी सख्त संदेश माना जा रहा है क्योंकि जिलाध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने बर्खास्तगी के बारे में मीडिया को बयान देते वक्त पार्टी नेता हसीब अहमद को मुख्य अभियुक्त तक करार दिया. पार्टी से बर्खास्तगी की कार्रवाई झेलने वाले हसीब अहमद ने इस फैसले पर हैरानी जताई है और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखे जाने की बात कही है.