इलाहाबाद: अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले में बीजेपी के कई नेताओं पर केस चलाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है.


'आरोपी नेताओं के लिए गर्व जैसा'


परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि वह खुद और उनकी संस्था अदालत के इस फैसले का सम्मान करती है, लेकिन केस चलाए जाने का फैसला निराश करने वाला नहीं बल्कि आरोपी नेताओं के लिए गर्व जैसा है.


महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक़ अयोध्या में बाबरी मस्जिद के ढाँचे को गिराना गर्व की बात है इसलिए मुकदमा चलाना ही नहीं बल्कि कोई सजा मिलना भी गर्व करने लायक है. उन्होंने इलाहाबाद में दिए गए बयान में कहा है कि बीजेपी नेताओं और साधू संतों ने कोई साजिश नहीं रची थी बल्कि ढांचा गिराने के लक्ष्य को तय किया था और हम सब अपने उद्देश्य में कामयाब हुए थे.


जल्द से जल्द चाहते हैं मंदिर का निर्माण


महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक़ समूचे हिन्दू समाज को ढांचा गिरने पर गर्व है और हम सब जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण चाहते हैं. अगर मंदिर निर्माण के लिए फांसी भी चढ़ना पड़े तो किसी को दुख नहीं होगा.


नरेंद्र गिरि ने कहा कि सजा होने से पहले आरोपी नेताओं से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग करना गलत है और सभी को अंतिम निर्णय आने तक पद पर बने रहना चाहिए.