इलाहाबाद: माह-ए-रमजान के आख़िरी जुमे पर संगम नगरी इलाहाबाद में हज़ारों मुसलमानों ने अलविदा की नमाज़ अदा करते हुए खुदा की बारगाह में सजदा किया और उनसे बढ़ती हुई महंगाई व बेहाल कर देने वाली गर्मी से निजात दिलाने के लिए दुआएं मांगी.
नमाज़ पढ़ने वाले अकीदतमंदों को इस मौके पर पौधे बांटे गए और उन्हें पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प दिलाया. अलविदा जुमा के मौके पर इलाहाबाद में चौक स्थित जामा मस्जिद में करीब पचास हज़ार लोगों को एक साथ नमाज़ अदा कराने के बाद शहर काजी ने आपसी एकता व भाई चारा बने रहने व गर्मी के कहर से बचाने के साथ ही महंगाई के काबू में आने के लिए भी विशेष दुआ कराई.
दुआ के बाद नमाज़ियों को पर्यावरण बचाने और उसकी रक्षा करने का संकल्प दिलाया और उन्हें पौधे भी बांटे. लोगों का मानना था कि महंगाई को काबू में करना और उससे निजात दिलाना अब नेताओं के बस में नहीं रह गया है ऐसे में अब खुदा की बारगाह में सजदा करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है.
लोगों ने इस मौके पर महंगाई से निजात दिलाने के साथ ही मानसून के तय वक्त पर आने और बारिश कराकर लोगो को इस बेहाल कर देने वाली गर्मी से निजात दिलाने की भी दुआएं मांगी गईं. चुनावी साल मे नमाजियों ने लोगों को किसी अफवाह पर अमल न करने, आपसी एकता व भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने और सब्र से काम लेने की नसीहत भी दी. इस मौके पर पर्यावरण की रक्षा करने की शपथ भी दिलाई गई.
अलविदा की नमाज़ पूरी होने के साथ ही ईद की तैयारियों में तेजी आ गई है. ईद में अब सिर्फ कुछ घंटे ही बचे होने की वजह से प्रमुख बाजारों में खरीददारों की इतनी भीड़ उमड़ी हुई है कि कहीं तिल रखने की भी जगह नहीं बची है. आसमान से आग उगलते सूरज और बेचैन कर देने वाली उमस भरी गर्मी के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं है. इलाहाबाद के सभी प्रमुख बाजार खरीददारों की भीड़ से पटे पड़े हुए हैं.