इलाहाबाद: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज इलाहाबाद में कुंभ मेले की तारीखों का औपचारिक एलान करेंगे. योगी इलाहाबाद में अखाड़ों के साधू संतों के साथ बैठक करने के बाद कुंभ की तारीखों और शाही स्नान की तिथियों का एलान करेंगे. इसके बाद सीएम योगी कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. सीएम कुंभ मेले के लिए शहर में हो रहे स्थाई कामों का निरीक्षण भी करेंगे.


उम्मीद जताई जा रही है कि बनारस हादसे से सबक लेते हुए सीएम इलाहाबाद के निर्माणाधीन आठ फ्लाई ओवर और रेलवे ओवर ब्रिजे में से कुछ का निरीक्षण जरूर कर अफसरों को जरूरी हिदायत देंगे. इस दौरान सीएम योगी के साथ यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी, सुरेश खन्ना और रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहेंगी. सीएम योगी आज तकरीबन दोपहर एक बजे इलाहाबाद आ जाएंगे और यहां शाम साढ़े पांच बजे तक रहेंगे. इलाहाबाद में कुंभ की तारीखों का एलान और तैयारियों की समीक्षा के बाद सीएम वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे.


हालांकि औपचारिक एलान से पहले ही कुंभ की तारीखें तय हो चुकी हैं. इस बार का कुंभ पचास दिनों का होगा, जो कि चौदह जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू होकर चार मार्च को महाशिवरात्रि तक चलेगा. इस बार के कुंभ में भी अखाड़ों के साधू-संतों का तीन शाही स्नान होगा. कुंभ के स्नान पर्व की तारीख तय करने वाले ज्योतिषियों में शामिल आचार्य अविनाश राय के मुताबिक़ इस बार का कुंभ मेला चौदह जनवरी की रात को मकर संक्रांति के स्नान पर्व के साथ शुरू होगा.


मकर के बाद दूसरा स्नान पर्व पौष पूर्णिमा का होगा, जो कि 21 जनवरी को पड़ेगा. पौष पूर्णिमा के दिन से ही एक महीने के कल्पवास की शुरुआत होगी. चार फरवरी को कुंभ का सबसे महत्वपूर्ण स्नान मौनी अमावस्या का होगा. 10 फरवरी को बसंत पंचमी जबकि 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान होगा. माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर संगम पर एक महीने तक चलने वाले कल्पवास का समापन होगा. चार मार्च को महाशिवरात्रि के आख़िरी स्नान पर्व के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा.


पारम्परिक तौर पर इस बार भी 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति, चार फरवरी को मौनी अमावस्या और 10 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन अखाड़ों के साधू संतों का शाही स्नान होगा. आचार्य अविनाश राय के मुताबिक इस बार के कुंभ के दौरान ख़ास ज्योतिषीय सहयोग बन रहा है, जो न सिर्फ मेले को बिना किसी बाधा के शांतिपूर्वक संपन्न करा देगा, बल्कि यह कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ख़ासा फलदायक भी होगा.