इलाहाबाद: इलाहाबाद में आज एक ही परिवार के चार लोगों को उनके ही घर में बेरहमी से क़त्ल किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. चारों के शव घर के बेडरूम में ही खून से लथपथ मिले हैं. सभी को धारदार हथियार से काटकर मौत के घाट उतारा गया है. अज्ञात बदमाशों ने घर में सो रहे पति -पत्नी और उनके छह साल के बेटे के साथ ही पत्नी की मां को बेरहमी से क़त्ल किया है. हालांकि घर में मौजूद दो महीने की बच्ची सुरक्षित बची हुई है. एक ही परिवार के चार लोगों का क़त्ल किसने और क्यों किया, फिलहाल यह साफ़ नहीं हो सका है.



घर का कुछ सामान भी बिखरा पड़ा हुआ है, ऐसे में आशंका यह जताई जा रही है कि बदमाश लूट के इरादे से घर में घुसे थे और उन्होंने पहचान छिपाने की वजह से पूरे परिवार का क़त्ल कर दिया. हालांकि पुलिस इस मामले में प्रापर्टी विवाद व कुछ दूसरे एंगल पर भी काम कर रही है. अभी यह साफ़ नहीं हुआ है कि घर से कुछ सामान लूटा गया है या नहीं. इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इस सनसनीखेज वारदात ने क़ानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.


पुलिस अधीक्षक (गंगापार) सुनील कुमार सिंह ने बताया कि सोरांव थाना क्षेत्र में हाइवे के नजदीक बिगहिया गांव में विमल चंद्र पांडेय के घर गुरुवार की देर रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने विमल चंद्र पांडेय की पत्नी 52 वर्षीय कमलेश्वरी देवी, बेटी 32 वर्षीय किरण, दामाद 35 वर्षीय प्रताप नारायण और नाती छह वर्षीय विराट की हत्या कर दी.



यह सनसनीखेज वारदात शहर से तकरीबन पैंतीस किलोमीटर दूर सोरांव इलाके के बिगहिया गांव की है. एक प्राइवेट फर्म में नौकरी करने वाले तकरीबन पैंतीस साल के प्रताप पत्नी किरण, छह साल के बेटे विराट और दो महीने की बेटी के साथ ससुराल में रहते थे. तकरीबन दो महीने पहले ही पत्नी किरण ने एक बेटी को जन्म दिया था. ससुराल में प्रताप और उनके परिवार के साथ किरण की मां कमलेश देवी रहती थीं.बृहस्पतिवार की रात को खाना खाने के बाद सभी लोग सोने चले गए थे. पति प्रताप बरामदे में सो रहा था, जबकि बाकी लोग बरामदे से सटे कमरे में थे. सुबह दो महीने की बच्ची की रोने की आवाज़ सुनकर पड़ोस के लोग घर गए तो इस सनसनीखेज मामले का पता चला. कमलेश देवी पीडब्लूडी में सरकारी नौकरी करती थी.



घटना की जानकारी पाकर एडीजी समेत पुलिस के कई बड़े अफसर खोजी कुत्ते और फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे. छानबीन में पता चला कि सभी पर धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतारा गया है. खोजी कुत्ते और फॉरेंसिक जांच में भी कातिलों का कोई सुराग नहीं मिल सका है. पुलिस को शक है कि यह वारदात लूट की वजह से की गई है. हालांकि इसमें प्रॉपर्टी विवाद व अन्य एंगल भी सामने आए हैं. अफसरों का कहना है कि इस मामले में सभी एंगल पर तफ्तीश की जाएगी और जल्द ही वर्कआउट कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. बहरहाल इस घटना ने क़ानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. पिछले दो महीने में यहां हत्या की तकरीबन चालीस वारदात हुई है.