इलाहाबाद: कानपुर के हैलेट हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में एयर कंडीशनर खराब होने से पांच मरीजों की मौत के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए यूपी सरकार, कानपुर के जिला प्रशासन और हॉस्पिटल के ज़िम्मेदार अफसरों से जवाब तलब कर लिया है.


अदालत ने इन सभी से पूछा है कि आईसीयू वार्ड में पांच मरीजों की मौत की वजह क्या रही. एयर कंडीशनर कब से खराब रहा. हैलट हॉस्पिटल समेत कानपुर के सरकारी अस्पतालों में कितने उपकरण काम कर रहे हैं और कितने खराब पड़े हैं.


पांच लोगों की मौत के मामले की जांच किस स्तर पर कराई गई है और इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है. अदालत ने तल्ख़ टिप्पणी करते हुए कहा है कि संसाधनों की कमी व लापरवाही से मरीजों की मौत बेहद गंभीर मामला है और इसमें ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी बेहद जरूरी है.


कानपुर के हैलट हॉस्पिटल जिसे लाला लाजपत राय हॉस्पिटल के नाम से भी जाना जाता है, उसके आईसीयू वार्ड में इसी साल छह और सात जून को एयर कंडीशनर ठप्प होने से पांच बुजुर्ग मरीजों की मौत हो गई थी. हालांकि प्रशासन ने एसी खराब होने से मरीजों की मौत से इंकार करते हुए जांच कराने की बात कही थी.


इलाहाबाद के लॉ इंटर्न अनुभव सिंह व अन्य स्टूडेटंस ने इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी. इस जनहित याचिका में मामले की जांच एसआईटी से कराए जाने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने, कानपुर समेत समूचे यूपी में सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारने और हैलट हॉस्पिटल में मौत का शिकार हुए लोगों के परिवार वालों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की गई थी.