इलाहाबाद: अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है. यह पहल पक्षकार रहे दिवंगत हाशिम अंसारी के परिवार ने शुरू की है. हाशिम अंसारी के पौत्र इखलाक अंसारी ने इसके लिए आज इलाहाबाद आकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि से मुलाकात की.


निर्मोही और निर्वाणी अखाड़े के साथ बातचीत कराने का न्यौता


इखलाक अंसारी ने महंत नरेंद्र गिरि से इस मामले में मध्यस्थता कर विवाद के पक्षकार निर्मोही और निर्वाणी अखाड़े के साथ बातचीत कराने का न्यौता दिया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरि ने इखलाक का यह न्यौता मंजूर कर लिया है. उन्होंने यह भी एलान किया है कि वह जल्द ही पक्षकार दोनों अखाड़ों के प्रमुख संतों को साथ लेकर अयोध्या जाएंगे और वहां हाशिम अंसारी के परिवार और दूसरे लोगों से बातचीत करेंगे.


दोनों पक्षों के सहमत होने पर सरकार के प्रतिनिधि को किया जा सकता है शामिल 


महंत नरेंद्र गिरि और हाशिम अंसारी के पौत्र इखलाक अंसारी ने यह भी साफ़ किया है कि इस बातचीत से सियासी पार्टियों और कट्टरवादी संगठनों के प्रतिनिधियों को अलग रखा जाएगा. दोनों ने बताया कि बातचीत में दोनों पक्षों के सहमत होने पर सरकार के प्रतिनिधि को जरूर शामिल किया जा सकता है.


कोर्ट के बाहर निकल सकता है अयोध्या विवाद का हल


इखलाक के मुताबिक़ बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे उनके दादा दिवंगत हाशिम अंसारी ने आख़िरी वक्त तक विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने की कोशिश की थी. परिवार अब उनकी इसी कोशिश को आगे बढ़ाएगा. अगर इखलाक और नरेंद्र गिरि की यह पहल रंग लाती है तो सुप्रीम कोर्ट की मंशा के मुताबिक़ अयोध्या विवाद का कोर्ट के बाहर हल निकल सकता है.