इलाहाबाद : संगम के शहर इलाहाबाद में कुछ महीनों बाद लगने जा रहे कुंभ मेले को लेकर पीएम मोदी ने एक अनूठी पहल की है. उन्होंने निर्देश दिया है कि इलाहाबाद के इस कुंभ मेले में देश के सभी साढ़े छह लाख गांवों से कम से कम चार लोगों को लाने के इंतजाम किए जाएं. यह वो लोग होंगे, जो संसाधन के अभाव में इससे पहले कभी किसी कुंभ मेले में न आ सके हों. यूपी की पर्यटन मंत्री रीता जोशी के मुताबिक़ पीएम की इस अनूठी पहल का मकसद पूरे देश को कुंभ के आयोजन की भव्यता को दिखाना है.


विदेशियों के लिए साढ़े छह हजार तम्बुओं का अलग शहर बसाया जाएगा


रीता जोशी के मुताबिक़ कुंभ के मद्देनजर ही पीएम मोदी के दखल पर ही प्रवासी भारतीयों का सम्मेलन पहली बार यूपी में होने जा रहा है. प्रवासी भारतीयों का सम्मेलन यूं तो वाराणसी में होगा, लेकिन सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी सदस्यों को इलाहाबाद के कुंभ मेले में लाकर उन्हें इसकी भव्यता दिखाई जाएगी. रीता जोशी के मुताबिक़ कुंभ मेले के लिए इलाहाबाद शहर में छह हजार से ज़्यादा घरों को अस्थाई तौर पर पेइंग गेस्ट रखने की अनुमति दी जाएगी, जबकि विदेशियों के लिए साढ़े छह हजार तम्बुओं का अलग शहर बसाया जाएगा.



रीता जोशी ने यह जानकारियां इलाहाबाद में कुंभ मेले को लेकर आयोजित तीन दिनों के कॉन्क्लेव में साझा कीं. तीन दिनों के इस कांक्लेव का आयोजन यूपी का पर्यटन विभाग, प्रयागराज मेला प्राधिकरण और इंडिया थिंक काउंसिल संस्था साथ मिलकर कर रही है. कांक्लेव में सभी विभाग अपने प्रेजेंटेशन दे रहे हैं. इस कांक्लेव में शुरुआती दो दिनों में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, विधानसभा स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित, कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, नंद गोपाल गुप्ता नंदी समेत कई लोग शामिल हो चुके हैं.


इस कांक्लेव का मकसद कुंभ के बारे में लोगों को जानकारी देना और उनसे आयोजन के बारे में सुझाव लेना है. रविवार को इस कुंभ कांक्लेव के समापन में सीएम योगी आदित्याथ के भी शामिल होने की उम्मीद है. हालांकि राजधानी लखनऊ में पीएम मोदी की मौजूदगी की वजह से अभी तक उनका कार्यक्रम नहीं आया है.