इलाहाबाद: इलाहाबाद में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के वकील राजेश श्रीवास्तव की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में पांच दिन बीतने के बाद भी यूपी पुलिस के हाथ खाली ही हैं. इस मामले में पुलिस ने एक नामजद आरोपी को उसी दिन ज़रूर गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन दूसरे नामजद समेत वकील को गोली मारने वाले दोनों शूटर्स की भी अभी पहचान तक नहीं हो सकी है. पुलिस का यह हाल तब है, जब उसे वारदात के घंटे भर बाद ही सीसीटीवी फुटेज मिल गया था. सीसीटीवी में दोनों शूटरों के चेहरे साफ़ तौर पर नजर आ रहे थे.


हत्यारों पर रखा गया है पचीस हजार रुपए का ईनाम
इस मामले में पांच दिन तक हाथ-पैर मारने के बाद भी बाद भी शूटरों का कोई क्लू नहीं मिलने से परेशान पुलिस ने अब उन पर पचीस हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है. इलाहाबाद के एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक़ जो भी शख्स इन शूटरों के बारे में पुख्ता जानकारी देगा, पुलिस की तरफ से उसे पचीस हजार रुपए का ईनाम तो दिया जाएगा ही और साथ ही उसकी पहचान भी छिपाकर रखी जाएगी. एसएसपी का दावा है कि शूटरों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें काम कर रही हैं. इसके अलावा इस मामले में एसटीएफ की मदद भी ली रही है.


पुलिस को मुखबिरों से भी नहीं मिल पा रहा हत्यारों का सुराग
आशंका जताई जा रही है कि दोनों शूटर इलाहाबाद या आसपास के जिलों के नहीं हैं और वह यूपी के बाहर से आए हैं, क्योंकि मुखबिरों से भी पुलिस को इनके बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है. इस नतीजे पर पहुंचने के बाद पुलिस ने अब शूटरों पर ईनाम घोषित कर दिया है. हालांकि अफसरों का दावा है कि पुलिस की कई टीमें अलग-अलग एंगल पर काम कर रही हैं और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि इलाहाबाद में दस मई को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के वकील राजेश श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.आरोप है कि वकील राजेश श्रीवास्तव अपने पड़ोस में अवैध निर्माण का विरोध कर रहे थे, इसी वजह से उनकी हत्या की गई थी.