इलाहाबाद: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सूबे के अफसरों को हमेशा शालीनता से रहने और इसी अंदाज़ में लोगों से पेश आने की नसीहत देते रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद तमाम अफसर मौका मिलने पर अपने मातहतों पर ही अफसरी का रौब झाड़ने से बाज नहीं आते हैं. इसी तरह का एक मामला यूपी के इलाहाबाद में देखने को मिला, जहां यूपी पुलिस के एक एसपी ने मामूली सी बात पर पहले तो सरेआम हंगामा किया और उसके पुलिस के ही तमाम सिपाहियों और दरोगाओं की बाइक की हवा निकलवा दी.


इतना ही नहीं एसपी ने एतराज जताने पर एक दरोगा को सैकड़ों की भीड़ के सामने जमकर फटकार लगाई और उसे जल्द ही अंजाम भुगतने की धमकी भी दी. गुस्से में आग-बबूला एसपी साहब के रौब झाड़ने और दरोगा को धमकाने की घटना का वीडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल फोन पर रिकार्ड कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर अब खूब चर्चा हो रही है.


यह  घटना रविवार पांच अगस्त की शाम का है. दरअसल इलाहाबाद पुलिस लाइंस कैम्पस में मॉडर्न कंट्रोल रूम की नई बिल्डिंग बनी हुई है. इसी बिल्डिंग में क्राइम ब्रांच, डायल हंड्रेड और कुंभ मेले का पुलिस दफ्तर भी है. एसपी ट्रैफिक भी इसी बिल्डिंग में ही बैठते हैं. पिछले कुछ दिनों से कुंभ मेले की तैयारियों के मद्देनजर तमाम पुलिस वालों की आवाजाही यहां बढ़ गई है. सैकड़ों की तादात में कुंभ मेले के पुलिसवालों के आने के बाद बिल्डिंग का पार्किंग सिस्टम गड़बड़ा गया है.


रविवार को एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह दफ्तर से निकले तो अपनी सरकारी गाड़ी के आगे कई बाइक खड़ी देख वह आग-बबूला हो उठे. उन्होंने ट्रैफिक पुलिस के सिपाहियों से कुंभ मेले के पुलिस कर्मियों की बाइक की हवा निकालने को कहा. सिपाही हवा निकालने लगे तो पीड़ित पुलिस वाले डर के मारे खामोश रहे, लेकिन सादी वर्दी में मौजूद एक दरोगा ने इस पर एतराज किया.


बस फिर क्या, एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और वह सरेआम ही उस दरोगा पर बरसने लगे. उन्होंने दरोगा की बाइक की भी हवा निकालने व उसका चालान करने का फरमान जारी कर दिया. इतना ही नहीं एसपी साहब ने दरोगा को इसी जन्म में सबक सिखाने की धमकी भी दी. एसपी साहब को समझाने और शांत करने की हिम्मत तो किसी को नहीं हुई, लेकिन वहां मौजूद पुलिसवालों ने दरोगा को ही वहां से हटाकर मामला शांत कराया. इस मामले में एसपी या कोई दूसरे अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.