इलाहाबाद: इलाहाबाद में बेख़ौफ़ बदमाशों ने यूको बैंक में घुसकर वहां के सत्रह लॉकरों से तकरीबन सात करोड़ रूपये की ज्वैलरी और कैश चोरी कर लिया. इस मामले में चार दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही हैं. वारदात के कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद भी पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा सकी है कि इस सनसनीखेज वारदात में किस गिरोह का हाथ है.


पैसेंजर को खून की उल्टी करते देख RPF कॉन्सटेबल ने पीठ पर पहुंचाया हेल्थ सेंटर


पुलिस यह ज़रूर मान रही है कि गैस कटर के साथ तकरीबन पांच घंटे तक बैंक में रहकर आराम से चोरी का काम कोई नौसिखिया नहीं कर सकता और इसके पीछे जरूर किसी पेशेवर गिरोह का हाथ होगा. अफसरों का कहना है कि शातिर चोरों की तलाश में मध्य प्रदेश- बिहार और दिल्ली समेत कई राज्यों में अलग-अलग टीमें छापेमारी कर रही हैं.


दलित के घर हथियार लेकर खाना खाने पहुंचे बीजेपी के नेता, चौपाल में हुआ हंगामा


सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ क्लू मिले हैं. इसके आधार पर जेल में बंद कुछ अपराधियों से भी पूछताछ कराई जा रही है. इस बारे में इलाहाबाद के एसएसपी आकाश कुलहरि का कहना है कि इलाहाबाद पुलिस और यूपी एसटीएफ की साझा टीम जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी.


आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अस्पताल में तूफान पीड़ितों से मिले


गौरतलब है कि इलाहाबाद के सिविल लाइंस स्थित यूको बैंक की मुख्य ब्रांच में उनतीस अप्रैल की रात को तीन नकाबपोश बदमाश पीछे खिड़की तोड़कर गैस कटर व दूसरे हथियारों के अंदर दाखिल हुए. बैंक में घुसते ही इन्होने सीसीटीवी और स्मॉग अलार्म का कनेक्शन काट दिया था. चोर तकरीबन पांच घंटे तक बैंक में थे.


'मैं मरना चाहती हूं क्योंकि मेरे नंबर अच्छे नही आएंगे' लिखा और दे दी जान

इस दौरान उन्होंने सत्रह लॉकरों के ताले तोड़कर उनमें रखे तकरीबन सात करोड़ की ज्वेलरी कैश व अन्य सामान चोरी कर लिए. बदमाशों ने बैंक के करेंसी चेस्ट को भी गैस कटर से काटने की कोशिश की, लेकिन कैश बॉक्स तोड़ पाने में वह नाकाम रहे थे. बैंक को इस चोरी का पता मंगलवार एक मई को चला जब तीन दिनों की छुट्टी के बाद ब्रांच खुली थी. पुलिस ने शक के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन अभी उसके हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा है.