इलाहाबाद : सदी के सबसे बड़े चंद्रग्रहण का सूतक शुरू होते ही संगम के शहर इलाहाबाद में सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. दोपहर दो बजकर चौवन मिनट पर बंद किए गए कपाटों का अब देर रात चंद्रग्रहण ख़त्म होने के बाद ही खोला जाएगा. सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद कर पूजा-अर्चना और भगवान के दर्शन पर भले ही रोक लग गई हो, लेकिन मंदिरों के बाहर सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ वैदिक मंत्रों का जाप कर साधना और आराधना में लगी हुई है.


इलाहाबाद में संगम तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के बाहर आज सैकड़ों की भीड़ जमा है. यह श्रद्धालु मंदिर के बाहर ही धार्मिकग्रंथों और मंत्रों का जाप करते हुए ग्रहण का कोई बुरा असर नहीं पड़ने की कामना कर रहे हैं.


इलाहाबाद में आज दोपहर को लेटे हनुमान मंदिर के साथ ही, शक्तिपीठ अलोप शंकरी, ललिता देवी मंदिर, कल्याणी मंदिर, शनि मंदिर, राम मंदिर, वेणी माधव मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर समेत ज़्यादातर धार्मिक स्थलों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. यहां इसके अलावा संगम तट पर भी हजारों श्रद्धालु खुले आसमान के नीचे साधना में लीन नजर आ रहे हैं.


इस दौरान संगम पर तमाम हठयोगी भी कुछ घंटों की अनूठी साधना में जुट गए हैं. उत्तराखंड से आए एक बाबा कांटों पर लेट गए हैं तो पर आए हुए दूसरे साधू संतों ने अन्न - जल का ग्रहण त्याग दिया है. चंद्रग्रहण रात करीब बारह बजे शुरू होगा और भोर में तीन बजकर उनचास मिनट तक रहेगा. ग्रहण के मोक्ष पर मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी. ग्रहण की वजह से संगम पर शाम को होने वाली आरती भी आज नहीं होगी.