इलाहाबाद: समूचा देश आज जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है, वहीं यूपी के हजारों बीएड डिग्री धारक बेरोजगार ऑनलाइन आवेदन का सर्वर ठप्प होने से नाराज़ होकर योगी सरकार के खिलाफ इलाहाबाद में प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शनकारी भावी प्राइमरी टीचर्स पिछले करीब दस दिनों से सर्वर ठप्प होने से अभी तक टीचर्स भर्ती के लिए ज़रूरी टीईटी यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए आवेदन नहीं कर सके हैं और आवेदन करने की अंतिम तारीख नजदीक आने के बाद इन्हे अब अपनी नौकरी पर खतरा मंडराता हुआ भी नजर आने लगा है.


प्रदर्शनकारी सर्वर को पूरी तरह ठीक किये जाने और आवेदन की समय सीमा कम से कम पंद्रह दिन और बढ़ाए जाने की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से इलाहाबाद में परीक्षा नियामक प्राधिकारी के दफ्तर पर अनशन पर बैठे हैं. प्रदर्शनकारी इस बारे में योगी सरकार के रवैये पर लगातार सवाल उठाते हुए उस पर नौजवानों और बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगा रहे हैं और नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ अपनी नाराज़गी का इजहार कर रहे हैं.


बता दें कि यूपी समेत समूचे देश में प्राइमरी टीचर्स पर भर्ती होने वाले बीएड या इसके समकक्ष दूसरे डिग्रीधारकों को टीईटी यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करना जरूरी है. यूपी में टीईटी साल में अमूमन एक बार ही होता है. इस बार का टीईटी कराने की ज़िम्मेदारी इलाहाबाद स्थित यूपी की परीक्षा नियामक प्राधिकारी को मिली हुई है.


टीईटी में शामिल होने के लिए बीएड डिग्री धारकों को ऑनलाइन आवेदन करना था. सत्रह सितम्बर से शुरू हुई ऑनलाइन प्रक्रिया का सर्वर शुरू में तीन चार दिन तो ठीक रहा, लेकिन बाद में उसमे दिक्कत आने लगी और पिछले नौ दिनों में तो वह न के बराबर चला है. इस वजह से बेरोज़गार डिग्रीधारक आवेदन नहीं कर पा रहे हैं.


उम्मीद जताई जा रही थी कि इस बार के टीईटी में तकरीबन पंद्रह से सोलह लाख अभ्यर्थी आवेदन करेंगे, लेकिन सर्वर की समस्या के चलते अब तक करीब ढाई लाख लोग ही ऑनलाइन आवेदन कर सके हैं. ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि चार अक्टूबर है. गांधी जयंती पर हुए प्रदर्शन के दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने हंगामा भी किया.