इलाहाबाद: एक जुलाई से लागू हो रहे जीएसटी को लेकर संगम के शहर इलाहाबाद के व्यापारी भी संतुष्ट नहीं हैं और वह इसमें और बदलाव किये जाने की मांग कर रहे हैं. इलाहाबाद के व्यापारियों ने जीएसटी के विरोध में आज डीएम ऑफिस पर प्रदर्शन किया और इसकी तमाम खामियों को दूर किये जाने की मांग की. व्यापारियों ने इस मौके पर केंद्र की मोदी सरकार और वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.


''GST के मौजूदा स्वरूप में तमाम खामियां''


प्रदर्शनकारी व्यापारियों ने कहा है कि जीएसटी के मौजूदा स्वरूप में तमाम खामियां हैं, जिसे दूर किये जाने की जरूरत है. व्यापारियों का कहना है कि इससे उन्हें और ग्राहकों दोनों को ही नुकसान उठाना पड़ेगा. व्यापारियों ने प्रदर्शन के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली को संबोधित एक ज्ञापन भी जिला प्रशासन को सौंपा.


बेमियादी हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे व्यापारी


इलाहाबाद के व्यापारियों का कहना है कि वह जीएसटी के विरोध में नहीं हैं, बस उसकी कुछ खामियों को दूर किये जाने की मांग कर रहे हैं. इलाहाबाद के व्यापारियों का कहना है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह बेमियादी हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे.


''आभूषणों और कपड़ों पर सिर्फ एक फीसदी टैक्स''


व्यापारियों की मांग है कि स्कूल बैग को टैक्स फ्री होना चाहिए. मंडी शुल्क को जीएसटी में शामिल नहीं होना चाहिए. आभूषणों और कपड़ों पर सिर्फ एक फीसदी टैक्स होना चाहिए. जेल के नियमों में बदलाव होना चाहिए. इसके अलावा रजिस्टर्ड व्यापारियों को पेंशन की व्यवस्था होनी चाहिए.