इलाहाबाद: इलाहाबाद पुलिस ने पहली जून की रात को शहर के पाश इलाके सिविल लाइंस में पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर हुए सिविल कांट्रैक्टर धीरज सिंह मर्डर केस का खुलासा कर दिया है. धीरज रिटायर्ड डीआईजी का बेटा था. पुलिस के मुताबिक़ धीरज का क़त्ल दो पेशेवर बदमाशों ने कार लूट का विरोध करने पर किया था.


बदमाशों ने कुछ दिन पहले ही लूटी थी पूर्व कैबिनेट मंत्री की कार


पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश में कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. इन्ही बदमाशों ने कुछ दिन पहले यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री अंटू मिश्रा की कार भी लूटी थी.


यूपी की क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले इलाहाबाद के चर्चित धीरज सिंह मर्डर केस से रहस्य का पर्दा हट गया है. इलाहाबाद पुलिस ने इस सनसनीखेज मर्डर केस के खुलासे का दावा करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल हुए तमंचे को भी बरामद कर लिया है. पुलिस का दावा है कि यह वारदात कार लूट का विरोध करने पर हुई थी.


पत्नी के साथ ढाबे पर खाना पैक कराने गए थे धीरज सिंह


इलाहाबाद के एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वारदात के वक्त कांट्रैक्टर धीरज सिंह पत्नी अनु उर्फ़ निधि के साथ पाश इलाके सिविल लाइंस में पुलिस हेडक्वॉर्टर के बाहर एक ढाबे पर खाना पैक कराने गए थे. कार का एसी आन कर पत्नी अनु को वह पीछे की सीट पर बैठा छोड़ गए थे. इसी बीच फतेहपुर का हिस्ट्रीशीटर पवन हजारी और उसका साथी अनुज अग्रवाल उर्फ़ चीनू भी वहां पहुंचे और कार को आन देखकर उनके मन में लालच आ गया.


दोनों कार लेकर भागने की फिराक में गेट खोलकर उसमे दाखिल हुए तो पीछे बैठी धीरज की पत्नी अनु उन्हें देखकर चीखने लगी. पत्नी की चीख सुनकर धीरज वहां पहुंचा और बदमाशों से हाथापाई करने लगा. इसी बीच बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमे दो गोली लगने से धीरज की मौत हो गई जबकि एक गोली के कुछ छर्रे पत्नी अनु को भी लगे. वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों बदमाश पैदल ही भाग निकले. दोनों उस वक्त शराब के नशे में बुरी तरह धुत्त थे.


कार लूटकर सिर्फ अपने होटल तक जाना था दोनों का इरादा


फ़िल्मी अंदाज में अंजाम दी गई यह सनसनीखेज वारदात पहली जून की रात की है. पुलिस ने दोनों बदमाशों की पहचान सीसीटीवी कैमरों में कैद वीडियो फुटेज से की थी. पुलिस के मुताबिक़ दोनों बदमाश वारदात की रात शहर के एक होटल में रुके थे और खाना खाने के लिए पुलिस हेडक्वार्टर गेट के बाहर एक रेस्टोरेंट पर पहुंचे थे. दोनों का इरादा कार लूटकर सिर्फ अपने होटल तक जाना था, कार को पूरी तरह गायब करना नहीं. वारदात वाली जगह से इनका होटल महज दो किलोमीटर की दूरी पर था.


दोनों ने इसी तरह कुछ दिनों पहले फतेहपुर के पेट्रोल पम्प से यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री अंटू मिश्रा की कार भी लूटी थी. पुलिस के मुताबिक़ वारदात में शामिल दोनों अपराधी बेहद शातिर और पेशेवर हैं और वारदात को अंजाम देते वक्त यह गोली जरूर चलाते हैं. गिरफ्तार अनुज अग्रवाल उर्फ़ चीनू के खिलाफ यूपी के कई शहरों में बारह मुक़दमे दर्ज हैं जबकि फरार पवन हजारी के खिलाफ पंद्रह केस हैं. अफसरों का कहना है कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगातार काम कर रही हैं.