लखनऊ: कभी समाजवादी पार्टी के पूर्व मुखिया के सबसे करीबी माने जाने वाले अमर सिंह पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. अमर सिंह लगातार बयानों की बमबारी कर रहे हैं. अभी हाल ही में अमर ने अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी नहीं बल्कि नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष होने का तमगा दिया है. बता दें कि अमर सिंह को पार्टी से बर्खाश्त कर दिया गया था उस वक्त वो लंदने में थे. आइए बताते हैं आपको अमर सिंह के वो बयान जो उन्होंने अखिलेश यादव पर किए थे..
कुछ समय पहले अखिलेश यादव ने एक बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि, अमर सिंह अंकल समाजवादी पार्टी में वापस आ सकते हैं लेकिन वह आजकल प्रधानमंत्री के साथ हैं और उनका साथ कैसे छोड़ेंगे. प्रधानमंत्री को विदेश से कालाधन लाना चाहिए था लेकिन साढ़े 4 साल के बाद वह कालाधन तो नहीं वापस ला पाए लेकिन अमर सिंह अंकल की उपयोगिता को जरूर समझ पाए.
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अखिलेश को याद दिलाई अपनी अहमियत
इसका जवाब में अमर सिंह ने कहा था कि,'' अखिलेश जी आपको बाल्यावस्था से जानता हूं. आप बच्चे से युवा हुए, पर आपको एक बात बता दूं आपकी पढ़ाई से लेकर विवाह तक आपका कन्नौज से टिकट और आपको पहली बार औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बनाने तक में अपनी जड़ों में और अपने व्यक्तित्व में अगर कोई शक्ल दिखाई देगी तो वह केवल अंकल की ही शक्ल दिखाई देगी. इसके बाद उन्होंने एक गाने भी शेयर किया तुम मुझे यूं नहीं भुला पाओगे, जब भी तुम कभी सुनोगे गीत मेरे साथ-साथ तुम भी गुनगुनाओगे.
जब अमर सिंह ने अखिलेश से कहा- बबूल का पेड़ बोने पर आम का फल कहां से मिल पाएगा
अमर सिंह ने कहा था कि अखिलेश यह आपके जीवन का गीत है. बचपन से लेकर जवानी तक साथ-साथ रहने के बाद भी मुझे खोज नहीं पाए. आप मुझसे और मैं आपसे मिल नहीं पाया. पीएम मोदी के साथ रहने वाले अखिलेश के बयान पर अमर ने कहा 'प्रधानमंत्री ने अगर उन्हें ढूढ़ लिया तो उन्हें पेट में दर्द क्यों हो रहा है. पीड़ा क्यों हो रही है. यह तंज क्यों है. मेरी प्रार्थना है कि आप जहां रहे स्वस्थ रहें और आपको मेरा भूत न सताए.' उन्होंने कहा था कि बबूल का पेड़ बोने पर आम का फल कहां से मिल पाएगा.
मुद्दा था अखिलेश की जीत का
अमर सिंह ने अखिलेश की जीत पर कहा, 'जीतने वाला गलत है या हारने वाला, इसका मापदंड सफलता या विफलता नहीं हो सकती.'उन्होंने कहा, 'मैं चुनाव आयोग के फैसले से पहले भी कहा था कि मैं किसी तरफ नहीं हूं.
समाजवादी परिवार के झगड़े को अमर सिंह ने बताया था प्रायोजित
समाजवादी पार्टी का रार और परिवार की तकरार एक बड़ा मुद्दा रहा, जिसका खामियाजा पार्टी आज तक भुगत रही है. इस परिवार के झगड़े को अमर सिंह ने प्रायोजित बताया था. अमर सिंह का कहना था कि मुलायम सिंह ने ही झगड़े की स्क्रिप्ट लिखी, ताकि अखिलेश का कद और बड़ा हो सके.
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अखिलेश यादव ने अमर सिंह को बताया था बाहरी
अमर सिंह ने कहा था कि अखिलेश मुझे बाहरी कहते हैं तो मैं तो हमेशा से ही बाहरी था, वहां पर अंदर के लोग तो सिर्फ मुलायम सिंह, अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव हैं, सारे निर्णय ये चार लोग करते हैं. बता दें कि अमर सिंह पर सामाजवादी परिवार को तोड़ने का आरोप लगता रहा है.
मुलायम सिंह से मुलाकात पर भी अमर सिंह ने चलाए थे शब्दों के बाण
मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कम होने और दूरी बढ़ने के सवाल पर अमर सिंह ने कहा था कि ‘अगर मैं उनसे मिलता हूं, तो अखिलेश यादव कहते हैं कि मैंने उन्हें भड़का दिया है और अगर नहीं मिलता हूं, तो मीडिया उनसे मेरी दूरियां बताती है. इसलिए मेरा कहना है कि अगली बार जब भी मुलायम सिंह यादव मुझसे मिलें, तो पहले वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से पूछकर मिलें ताकि उन्हें किस तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े.
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मुलायम-अखिलेश के मनमुटाव पर कही थी ये बात
मुलायम-अखिलेश के मनमुटाव पर भी अमर सिंह ने जमकर तंज कसा था. अमर ने कहा था कि, ''रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा, बेटा राज करेगा, बाप जंगल जाएगा'. हालांकि उन्होंने मुलायम सिंह यादव को अपना पूरा समर्थन देने के बात कही थी.