नई दिल्लीः रेल विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. रेलवे ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारियों की लापरवाही से अमरनाथ एक्सप्रेस पलटने से बाल बाल बची. कर्मचारियों ने ट्रैक पर स्लीपर रख दिया था जिससे ट्रेन का इंजन टकरा गया. लोको पायलट रामरतन की होशियारी से बड़ा हादसा होने से बच गया.



कलक्टरबक गंज रेलवे स्टेशन के पास हुआ हादसा
रविवार दोपहर करीब 11:50 बजे जम्मूतवी-गोरखपुर अमरनाथ एक्सप्रेस बरेली की ओर आ रही थी. सीबीगंज में कलक्टरबक गंज रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर मरम्मत कार्य चल रहा था. कर्मचारियों ने एक स्लीपर ट्रैक पर ही छोड़ दिया. स्टेशन मास्टर ने बिना किसी जानकारी के ट्रेन को सिग्नल दे दिया. गाड़ी की रफ्तार करीब 60-70 किमी प्रति घंटा के आसपास होगी. इसके बाद इंजन में स्लीपर फंस गया जिससे ट्रेन पलटते-पलटते बची. ट्रेन करीब आधा किलोमीटर आगे जाकर रुक सकी. लोको पायलेट ने किसी तरह गाड़ी को रोक लिया लेकिन यात्रियों में चीख-पुकार मच गई.



अफसरों की लापरवाही से हो सकता था बड़ा हादसा
रेलवे ट्रैक पर कई दिनों से काम चल रहा है. जिसमें सैकड़ों रेलकर्मी काम कर रहे है. कर्मचारियो के साथ साथ वहां पर रेल विभाग के इंजीनियर भी मौजूद रहते हैं लेकिन उन लोगों ने भी इस ओर ध्यान नही दिया जिस वजह से ट्रेन पलटने से बाल बाल बची. स्लीपर से टकराने से इंजन क्षतिग्रस्त हो गया. लापरवाही की वजह से हजारों यात्रियों की जान पर बन आई. रेलवे के अफसरों ने मामले की जांच के लिए टीम बनाई है. इस मामले में स्टेशन मास्टर, रेल पथ निरीक्षक, इंजीनियर समेत कई कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है.


गाड़ी रुकने के बाद कंट्रोल रूम को सूचना दी गई जिसपर रेलवे में खलबली मच गई. ट्रेन को पीछे हटाकर स्लीपर को बाहर निकाला गया. करीब ढाई घंटे तक अमरनाथ एक्सप्रेस वहीं खड़ी रही. पीछे से आ रही सियालदह एक्सप्रेस को भी रोका गया. वही इस घटना के बाद डीआरएम मुरादाबाद ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.