(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमेठी: डीएम ने मृतक के भाई के साथ की बदसलूकी, स्मृति ईरानी ने समझाया- हम सेवक हैं, शासक नहीं
अमेठी में कल देर शाम भट्टा व्यवसायी सोनू सिंह नाम की दबंगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. गंभीर मामला देख मौके पर पहुंची एसपी ख्याति गर्ग को भी परिजनों के विरोध का सामना करना पड़ा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश का अमेठी जिला एक बार फिर चर्चा में है, इस बार मामला राजनीतिक नहीं बल्कि प्रशासनिक बदसलूकी का है. अमेठी में एक हत्याकांड के बाद पोस्टमॉर्टम के दौरान उग्र हुए परिजनों को समझाने गए जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आपा खो बैठे. उन्होंने मृतक के चचेरे भाई और ट्रेनी पीसीएस अधिकारी सुनील सिंह का कॉलर पकड़ कर बदतमीजी की.
डीएम ने ट्रेनी पीसीएम भीड़ में ले जाकर तथ्यों को समझाने का प्रयास किया. डीएम के इस बर्ताव को देखकर मौके पर खड़े लोगों ने विरोध भी किया. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी की जमकर आलोचना हो रही है. केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने भी डीएम को समझाते हुए ट्वीट किया कि हम सेवक हैं, शासक नहीं.
दरअसल पूरा मामला गौरीगंज कोतवाली थाना क्षेत्र के बिसुनदासपुर गांव का है. अमेठी में कल देर शाम भट्टा व्यवसायी सोनू सिंह नाम की दबंगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. गंभीर मामला देख मौके पर पहुंची एसपी ख्याति गर्ग को भी परिजनों के विरोध का सामना करना पड़ा. परिजन और ग्रामीण एसपी की मौजूदगी में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
भड़की हुई भीड़ को समझाने पहुंचे डीएम प्रशांत कुमार ने मतृक के भाई सुनील सिंह के साथ गलत व्यवहार किया. डीएम सुनील सिंह का कॉलर पकड़ कर धक्का देते हुए भीड़ के बीच ले गए. डीएम लगातार सुनील से कह रहे थे कि पहचानों इसमें किसके पास असलहा है. डीएम के ऐसे बर्ताव को देखकर वहां मौजूद लोगों ने इसका विरोध भी किया. इसके बाद प्रशासन ने काफी मशक्कत करके भीड़ को समझाया.
मृतक के परिजनों के साथ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का समर्थन मिल रहा है. मामला मामूली कहासुनी से बढ़कर हत्या तक पहुंच गया. पोस्टमार्टम के बाद मृतक सोनू सिंह का शव घर पहुँचते ही गाँव में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया. परिजनों ने पांच लोगों के खिलाफ थाने में नामजद तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर पुलिस हत्यारोपियों की तलाश में जुटी है.