अमेठी: स्मृति ईरानी ने कहा- अपने वकीलों के जरिए राम मंदिर मुद्दे पर राजनीति बंद करे कांग्रेस
स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेता, जो वकील हैं, अदालत की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. जनता और राम भक्त कांग्रेस से सवाल करें कि क्या उनके नेता तीन राज्यों के चुनाव के लिए ही जनेऊ धारण करते हैं.
अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राम मंदिर मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर अदालत की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है. स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस को राम मंदिर मुद्दे पर अपने वकीलों के जरिए राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह लोगों की आस्था का सवाल है. बीजेपी आगामी चुनाव में कांग्रेस के गढ़ में मात देने के मूड में है. यही वजह है कि स्मृति ईरानी लगातार यहां का दौरा कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता, जो वकील हैं, अदालत की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. जनता और राम भक्त कांग्रेस से सवाल करें कि क्या उनके नेता तीन राज्यों के चुनाव के लिए ही जनेऊ धारण करते हैं.
बता दें कि स्मृति ईरानी ने 2014 का लोकसभा चुनाव यहीं से लड़ा था और वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से हार गई थीं लेकिन उन्होंने अमेठी की जनता से बराबर संपर्क बनाये रखा.
उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनाव भी स्मृति ईरानी यहीं से लड़ें. उधर यहां से लोकसभा सांसद राहुल गांधी भी आज और कल अपने निर्वाचन क्षेत्र में रहेंगे.
बता दें कि पिछले 15 दिनों में स्मृति का यह दूसरा दौरा है. वह अमेठी को 77 करोड़ योजनाओं की सौगात दे चुकी हैं और उन्होंने यहां नवोदय विद्यालय में रोजगार मेले का शुभारंभ भी किया था. कुछ महीने पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी एक जनसभा की थी.
2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अमेठी में कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी थी. यहां से बीजेपी ने स्मृति ईरानी को राहुल गांधी के खिलाफ उतारा था. इसी सीट से आप के प्रत्याशी के तौर पर कुमार विश्वास मैदान में थे. इस चुनाव में स्मृति इरानी को राहुल के हाथों एक लाख से अधिक वोट से हार का सामना करना पड़ा.
2009 में राहुल गांधी अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के खिलाफ साढ़े तीन लाख से अधिक मतों से जीते थे. स्मृति ईरानी के लगातार अमेठी दौरे से अटकलें लगाई जा रही है कि बीजेपी इस बार भी उन्हें राहुल के खिलाफ चुनावी मौदान में उतारेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से कांग्रेस मात्र दो अमेठी और रायबरेली की दो सीटें जीत पाई थी.