बिहार में डिनर के बाद नीतीश और अमित शाह की बंद कमरे में हुई 40 मिनट मुलाकात
अमित शाह और नीतीश कुमार के डिनर के बाद उनकी बन्द कमरे में अकेले में भी मुलाकात हुई और लगभग चालीस मिनट तक दोनों नेताओं में बातचीत हुई.
पटना: नीतीश कुमार ने आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लिए डिनर का आयोजन किया. इसमें शामिल होने के लिए अमित शाह करीब साढ़े आठ बजे सीएम आवास पर पहुंचे. इसके बाद करीब साढ़े दस बजे वे वहां से निकल गए. सीट बंटवारे को लेकर कोई बात अभी तक सामने नहीं आई है. इससे पहले आज अमित शाह ने साफ कर दिया कि नीतीश कुमार से गठबंधन खत्म नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि एनडीए बिहार में लोकसभा की सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
बंद कमरे में 40 मिनट हुई नीतीश और अमित शाह की मुलाकात
अमित शाह और नीतीश कुमार के डिनर के बाद उनकी बन्द कमरे में अकेले में भी मुलाकात हुई और लगभग चालीस मिनट तक दोनों नेताओं में बातचीत हुई. नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा की दोनों नेताओं की मुलाकात काफी अच्छी रही. खाने का भी अच्छा इंतजाम था. सियासी बातें नीतीश और शाह के बीच बन्द कमरे में हुई हैं तो जो बातें हुई वो नीतीश कुमार या अमित शाह ही बताएंगे.
Patna: BJP President Amit Shah leaves from the residence of CM Nitish Kumar after attending a dinner function hosted by the latter. #Bihar pic.twitter.com/URSE2PxKDb
— ANI (@ANI) July 12, 2018
कांग्रेस को खत्म करने की शुरुआत बिहार से हुई थी: अमित शाह
अमित शाह ने शक्ति केंद्र प्रभारियों की बैठक में कहा कि भारत माता की जय की आवाज़ दिल्ली में बैठे नरेंद्र मोदी तक पहुंचनी चाहिए. बिहार के ऐतिहासिक गौरव की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के राजेन्द्र प्रसाद, कर्पूरी ठाकुर जी और जय प्रकाश नारायण ने देश को दिशा दी और कांग्रेस को खत्म करने की शुरुआत भी बिहार से हुई.
हमें मित्रों को सम्मान देना आता है: अमित शाह
उन्होंने कहा कि हम बिहार में हार गए थे लेकिन नीतीश जी अब हमारे साथ हैं. हमें मित्रों को सम्मान देना आता है. चार साल में यूपीए ने बिहार को एक लाख 93 हज़ार करोड़ लेकिन मोदी सरकार ने 4 लाख 33 हज़ार 800 करोड़ रुपये दिए. चारा घोटाला की तरह नहीं हो सकता, क्योंकि यहां नीतीश और सुशील मोदी की सरकार है. बिहार हमारे साथ आया है. ये बीमारू राज्य से बाहर आने की सूची में है.
बीजेपी एक परिवार नहीं, विचारधारा की पार्टी है: अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ''बीजेपी एक परिवार की नहीं बल्कि विचारधारा की पार्टी है. विचारधारा के संघर्ष में कार्यकर्ताओं पर अत्याचार हुए और हमारे कार्यकर्ता आज भी बलिदान दे रहे हैं. एक जमाना था जब जन संघ की स्थापना हुई तो दस लोग थे. ये पार्टी अगर म्युनिसिपल जीतते थे तो हम मिठाई बांटते थे. जमानत बच जाती थी तो हम खुशी मनाते थे. दस सदस्यों से शुरू हुई पार्टी आज 11 करोड़ तक पहुंच गई है.''
2019 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है: अमित शाह
अपने संबोधन में अमित शाह ने आगे कहा कि देश के किसी कोने में बीजेपी का झंडा लहराते मिल जाएंगे. एनडीए के पास सबसे ज़्यादा 330 सांसद है और केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है. उन्होंने कहा कि हम लंबे समय तक हारते रहे लेकिन अब जीतने का सिलसिला जारी रखना है. शक्ति केंद्र प्रभारियों की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष ने आगामी लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि 2019 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है.
विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ''2014 में सभी विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ लड़ी थीं और हमने सभी को हराकर सत्ता हासिल की थी और हम फिर से हराएंगे. सिर्फ चंद्रबाबू नायडू गए हैं लेकिन उनके बदले नीतीश कुमार आ गए हैं, तो क्या फर्क पड़ा.''
आज हर गांव में बिजली है: अमित शाह
राहुल गांधी के घेरते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का परिवार 19 हजार गांव छोड़कर गया जहां बिजली का खंभा भी नहीं था. आज हर गांव में बिजली है. उन्होंने कहा, ''राहुल बाबा घूमते हैं पूछते हैं मोदी जी ने क्या किया. राहुल गांधी को पूछने का अधिकार नहीं है. आप हमसे चार साल का जवाब मांग रहे हैं, देश आपसे चार पीढ़ी का जवाब मांग रही है. उन्होंने कहा, ''राहुल बाबा कान खोल कर सुन लो. हम हिसाब देने जा रहे हैं. आप चार पीढ़ी से तुलना कर लें. कांग्रेस ने देश का गौरव घटाया और नरेंद्र मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है.''
अमित शाह ने गिनाईं मोदी सरकार की उपलब्धियां
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ''2013 में देश की स्थित कैसी थी...मंहगाई बढ़ गई...सीमा की सुरक्षा की क्या स्थित थी. घोटाले कभी कोर्ट से आते थे. देश में नीतिगत लकवा मार गया था. देश का हर मंत्री खुद को प्रधानमंत्री मानता था, प्रधानमंत्री को कोई मंत्री नहीं मानता था. नरेंद्र मोदी की हवा आंधी बनी और फिर सुनामी आई. सरकार बनी तो देश में चार साल में बहुत बड़ा परिवर्तन आया. चार करोड़ माताओं को गैस सिलेंडर चूल्हा दिया. साढ़े सात करोड़ माताओं-बहनों को सम्मान दिया गया और शौचालय बनाया.''