लखनऊ: लोकसभा चुनाव के शेष दो चरणों में राज्य के निषाद (केवट) समुदाय को आकर्षित करने के लिये बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि यूपी सरकार प्रयागराज जिले के श्रींगवेरपुर में निषादराज की एक भव्य प्रतिमा बनायेगी.


बलरामपुर,सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और सुलतानपुर में आयोजित रैलियों में शाह ने कहा कि 'जिस स्थान पर केवट ने भगवान श्री राम के पैर धोए थे वहां पर योगी आदित्यनाथ सरकार निषादराज की 80 फिट उंची प्रतिमा स्थापित करेगी. करीब 80 करोड़ रूपए लागत वाली निषादराज की यह भव्य प्रतिमा श्रींगवेरपुर में स्थापित होगी.


श्रींगवेरपुर प्रयाग राज से 45 किलोमीटर दूर लखनऊ मार्ग पर स्थित है. स्थानीय नागरिकों के अनुसार यह वह स्थान है जहां भगवान राम ने देवी सीता और लक्ष्मण के साथ गंगा नदी पार की थी. कहा जाता है कि नाविकों ने उन्हें गंगा नदी पार कराने से मना कर दिया था, उस समय निषादराज स्वंय वहां पहुंचे और मामले को हल करते हुये भगवान राम से उनके पैर धोने की इजाजत मांगी थी.


बीजेपी नेताओं के अनुसार पूरे प्रदेश में केवट समाज करीब 13 प्रतिशत है. जहां तक लोकसभा सीट का सवाल है यह समुदाय और इनकी उपजातियां 80 लोकसभा सीटों पर करीब 20 प्रतिशत मतदाताओं को प्रभावित कर सकती हैं.


कुछ लोकसभा सीटों जहां केवट और मछुआरों का ज्यादा प्रभाव है उनमें फिरोजाबाद, बंदायू, शाहजहांपुर, कैराना, मछलीशहर और जौनपुर सीटें हैं. जबकि गाजीपुर, फूलपुर, सीतापुर, जालौन, फतेहपुर, उन्नाव, गोरखपुर, बलिया और देवरिया में निषाद समुदाय का खासा प्रभाव है.