अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जहां एक दूल्हे और उसके परिवार वालों ने निकाह के दिन बारात लाने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि लड़की व्हाट्स ऐप पर बहुत ज्यादा समय बिताती थी.वहीं दुल्हन के घर वालों का कहना है कि निकाह तोड़े जाने की वजह व्हाट्स ऐप नहीं दहेज है.


लड़की वालों ने बताया कि बारात लाने के लिए दूल्हें के घर वालों ने 65 लाख रूपये की शर्त रख दी और डिमांड पूरी ना होने पर बारात लाने से मना कर दिया. फ़िलहाल दुल्हन के पिता ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की है.



पूरा मामला अमरोहा जनपद के नौगावां सादात कस्बे के मोहल्ला शाहफरीद का है जहां के रहने वाले उरूज मेहंदी ने अपनी बेटी का निकाह नोगावा सादात कस्बे के ही फकरपुरा मोहल्ले के निवासी कमर हैदर से तय किया था. पांच सितंबर की शाम को उरूज मेहदी के घर पर बारात आनी थी, घर में इसके पूरे इंतजामात हो चुके थे, सभी बेसब्री से बारात का इंतजार कर रहे थे, जब काफी देर तक बारात नहीं पहुंची तो दुल्हन के पिता उरूज ने अपने भाई को दूल्हे के पिता कमर हैदर के घर भेजा और बारात में देरी का कारण पूछा.

दूल्हे के घरवालों ने दुल्हन के व्हाट्स ऐप चलाने का हवाला देते हुए बारात लाने से इनकार कर दिया. दुल्हन के पिता दूल्हे और उसके घरवालों से मिन्नतें करते रहे पर उनका दिल नहीं पसीजा. उसके बाद दूल्हे के पिता ने 65 लाख रूपये की शर्त रख दी और डिमांड नहीं पूरी कर पाने पर बारात लाने से मना कर दिया.

निकाह के दिन बारात न आने से लड़की वाले बेहद मायूस हैं और उन्होंने आरोपी दूल्हे और उसके परिवार वालो के खिलाफ कड़ी क़ानूनी कार्यवाही के लिए नोगावा सादात थाने में तहरीर दी है.