अमरोहा: पश्चिमी यूपी के सैदपुर इम्मा गांव से एनआईए ने दो सगे भाईयों सईद और रईस को गिरफ्तार किया है. इन दोनों पर isis मॉड्यूल आतंकी होने का शक है. गांव और परिवार के लोग इन दोनों को बेकसूर बता रहे हैं और जांच एजेंसी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. इन दोनों के पिता ने कहा कि वे उस वक्त मौके पर नहीं थे लेकिन उनके बेटे आतंकी हैं ये वो मान नहीं सकते.
सईद और रईस की मां ने कहा कि जो लोग आए थे उन्होंने मारपीट की. उनका आरोप है कि एक शख्स ने उनका मुंह ढक दिया और उन पर बैठ गया. इसके बाद उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया. एक सफेद रंग की कार आई जिससे सामान उतारा गया और घर के अंदर ले जाया गया.
रिश्ते के एक भाई ने बताया कि जिस चीज को रॉकेट लॉन्चर बताया जा रहा है वो हाइड्रॉलिक पाइप है जो ट्रैक्टर ट्रॉली में लगाया जाता है. दोनों भाई खराद मशीन चलाते थे और पेशे से लोहार थे. वे लोग ये मशीनें बनाया करते थे. खराद से निकले लोहे के बुरादे को विस्फोटक बताया जा रहा है जो गलत है.
सईद और रईस के चाचा ने बताया कि सभी लोगों ने अपने दरवाजों और खिड़कियों से देखा कि सफेद गाड़ी से हथियार आदि घर के अंदर ले जाए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के लोगों ने जबरन उनसे इस इकबालनामे पर दस्तखत कराए कि ये सामान उनके सामने बरामद किया गया है.
आरोप ये भी है कि सभी आईडी, परिचय पत्र, आधार कार्ड, आदि चीजें एक साथ जला दी गईं. परिवार के लोगों ने वो चारपाई भी दिखाई जिस पर रख कर एनआईए के लोगों ने कथित तौर पर ये सामान जला दिया.
गौरतलब है कि जांच एजेंसी एनआईए ने आतंक की बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों के पास से काफी मात्रा में सामान बरामद किया गया है. देशी रॉकेट लॉन्चर, 12 पिस्तौल, 120 अलार्म क्लॉक, 100 मोबाइल फोन, 135 सिम कार्ड, कई लैपटॉप और विभिन्न बिजली के उपकरण और इसके अलावा 150 राउंड गोलाबारूद बरामद किया गया है.