भोपालः मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ऑडियो-वीडियो क्लिप जारी किया है जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ये कह रहे हैं कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से कमल नाथ सरकार गिराई गई. वहीं सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि कमलनाथ सरकार अपने कर्मों से गिरी.
“केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये. ये बरबाद कर देगी तबाह कर देगी और बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी क्या?’’ कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर ये वीडियो और ऑडियो जारी कर दावा किया है कि इंदौर में बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह कहा कि बीजेपी के केन्द्रीय नेतृत्व ने कमलनाथ सरकार गिराने का निर्देश दिया. कांग्रेस ने शिवराज के इस बयान को आड़े हाथों लिया है.
कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इंदौर में इसे रिलीज़ कर दावा किया कि शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में सच्चाई को खुद बयां कर दिया और बता दिया कि कांग्रेस की लोकप्रिय, स्थिर सरकार को उनके केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर बीजेपी ने सिंधिया के साथ मिलकर गिराया. केंद्रीय नेतृत्व नहीं चाहता था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चले. बता दें कांग्रेस शुरू से ही कहती आयी है कि बीजेपी ने साज़िश रच सरकार गिरायी.
मुख्यमंत्री शिवराज के बयान पर बीजेपी के पुराने नेता तो खामोश रहे लेकिन बीजेपी में नए-नए आये सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत ने डंके की चोट पर कहा कि कमलनाथ सरकार अपने कर्मों से गिरी है. किसी के निर्देश पर नहीं गिराई गई. गोविंद राजपूत अब सहकारिता मंत्री हैं.
गोविंद राजपूत ने कहा कि 15 साल बाद एमपी में सरकार कांग्रेस की सरकार बनी और इसने जनता के काम नहीं किए. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी विपक्ष में थी तो उसने एक अच्छे विपक्ष की भूमिका निभायी और अपनी भावनाएं केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंचायी होंगी. लेकिन ये सच है कि सरकार किसी के गिराने से नहीं अपने कर्मों से गिरी.
इस ऑडियो विडियो के बाद बीजेपी और शिवराज सिंह की नींद उड़ी है, क्योंकि अब तक ये सब कहते रहे की कमलनाथ सरकार अपने बोझ से गिरी हमने नहीं गिरायी. कमलनाथ ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट कर शिवराज सरकार और बीजेपी को घेरा है.
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