5 डिप्टी सीएम और 3 राजधानी वाला देश का पहला राज्य बना आंध्र प्रदेश, विधानसभा में प्रस्ताव पास
आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी के फॉर्मूले को विधानसभा से मंजूरी मिल गई है. जगन मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग में तीन राजधानियों से जुड़े बिल को मंजूरी दी गई.
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के अब एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन राजधानी होगी. राज्य में में तीन राजधानी के फॉर्मूले को विधानसभा से मंजूरी मिल गई है. अब विशाखापत्तनम को कार्यकारी राजधानी, अमरावती को विधायी राजधानी और कुरनूल को न्यायिक राजधानी होगी.
देश में इससे पहले किसी राज्य की अधिकतम दो राजधानियां रही है, लेकिन तीन राजधानी वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्य बन गया है. बता दें कि हाल में ही प्रदेश की जगन मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग में तीन राजधानियों से जुड़े बिल को मंजूरी दी गई थी जिसके बाद आज विधानसभा में इसे ध्वनि मत से पास कराया गया.
Andhra Pradesh state assembly passes 'Andhra Pradesh Decentralisation and Inclusive Development of All Regions Bill 2020' pic.twitter.com/f37eq8Qfbk
— ANI (@ANI) January 20, 2020
जगन मोहन रेड्डी ने कहा- हम ऐतिहासिक भूलों को सुधार रहे हैं
मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि विकेंद्रीकरण पर ध्यान केंद्रित करके उनकी सरकार ‘ऐतिहासिक भूलों और गलतियों को सुधार’ रही है. उन्होंने कहा, ‘‘ हम राजधानी को बदल नहीं रहे हैं. हम सिर्फ दो और नई राजधानी जोड़ रहे हैं. अमरावती पहले जैसी ही रहेगी. हम किसी भी क्षेत्र के साथ अन्याय नहीं करेंगे.’’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं लोगों को सिर्फ ग्राफिक्स दिखा करके बेवकूफ नहीं बना सकता हूं.’’
तेलगू देशम पार्टी के 17 विधायक निलंबित
आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण एवं सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास विधेयक, 2020 पर मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के संबोधन को बाधित करने के लिए सोमवार को विपक्षी तेलगू देशम पार्टी के 17 विधायकों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया. सदन में उस समय गतिरोध पैदा हो गया, जब टीडीपी विधायक सभापति के आसन के समीप आ गए और नारे लगाने लगे तथा अपने नेता एन चंद्रबाबू नायडू को बोलने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे.
इससे झल्लाए जगन ने सभापति से हाउस मार्शल बुलाने और विपक्षी सदस्यों को बाहर निकालने के लिए कहा. विधायी मामलों के मंत्री बुग्गाना राजेंद्रनाथ ने 17 टीडीपी विधायकों को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव रखा जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. टीडीपी विधायकों में अत्चन्नायडू और एन चाइना राजप्पा शामिल थे.
इसके बाद मार्शलों ने सदन में प्रवेश किया और टीडीपी विधायकों को बाहर ले जाने लगे. इस दौरान विधायकों ने प्रतिरोध किया, जिससे अफरातफरी मच गई. इसके बाद उन्हें बलपूर्वक बाहर ले जाया गया और फिर मुख्यमंत्री ने अपना भाषण आगे बढ़ाया.
#WATCH Andhra Pradesh: Ex-CM & TDP chief N Chandrababu Naidu sits on stairs outside the state assembly in Amaravati after 17 TDP MLAs were suspended from the House for the day, today. They had created ruckus while the CM was addressing the House&raised slogans of 'Jai Amaravati'. pic.twitter.com/DLcHO5ZAI2
— ANI (@ANI) January 20, 2020
चंद्रबाबू नायडू धरना पर बैठे, हिरासत में लिया गया
टीडीपी सांसदों के निलंबन और तीन राजधानी के प्रस्ताव के विरोध में विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू ने अपने साथियों के साथ विधानसभा के प्रवेश द्वार पर धरना दिया.उन्होंने कहा,'' पूरी दुनिया में कहीं भी एक राज्य की तीन राजधानी नहीं है. आज काला दिन है. हम अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते हैं. सिर्फ मैं नहीं पूरे प्रदेश में लोग सड़कों पर आ रहे हैं. सरकार सबको गिरफ्तार कर रही है, यह लोकतंत्र के लिए खराब है.''
हालांकि कुछ देर बाद एन चंद्रबाबू नायडू को राज्य विधानसभा के बाहर हिरासत में लिया गया था, क्योंकि वह अमरावती के गांवों में जाना चाहते थे. पुलिस उन्हें और अन्य लोगों को एक पुलिस वैन में ले गई.उन्हें पुलिस द्वारा मंगलगिरी थाने लाया गया.