संतकबीरनगरः एंटी करप्‍शन टीम ने कोतवाली खलीलाबाद में तैनात दारोगा को 20 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. उसने विवेचना से नाम हटाने के नाम पर युवक से 30 हजार रुपए घूस देने की मांग की थी. एंटी करप्‍शन टीम से युवक ने इसकी शिकायत की थी. उसके बाद टीम ने प्‍लान के तहत दारोगा को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. इस गिरफ्तारी के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.


संतकबीरनगर जिले के कोतवाली खलीलाबा में तैनात एसआई श्रीकांत चौबे को टीम ने मेंहदावल बाईपास के पास से रंगे हाथ पकड़ा है. दारोगा से महुली थाने में पूछताछ के बाद मुकदमा लिखने की प्रक्रिया शुरू की गई. एंटी करप्‍शन टीम के प्रभारी रामधारी मिश्र ने बताया कि गोरखपुर जिले के बांसगांव इलाके के सरवसी निवासी शत्रुघ्‍न सिंह पुत्र राम प्रताप सिंह ने एंटी करप्‍शन टीम से दारोगा श्रीकांत चौबे द्वारा विवेचना में से नाम हटाने के नाम पर 20 हजार रुपए घूस मांगने की शिकायत की थी.


कोतवाली खलीलाबाद में तैनात एसआई श्रीकांत चौबे मुकदमा अपराध संख्‍या 1311/2018 आईपीसी की धारा 279, 304 के मामले में विवेचक हैं. हादसे में महिला की मौत भी हुई थी. इस मामले में दारोगा श्रीकांत चौबे शत्रुघ्‍न सिंह से विवेचना से नाम हटाने के नाम पर 50 हजार रुपए घूस मांग रहे थे. काफी मान-मनौव्‍वल के बाद 30 हजार रुपए में सौदा तय हुआ. आरोपी दारोगा ने पहले बीस हजार रुपए और विवेचना में मुकदमे से नाम हट जाने पर 10 हजार रुपए देने की बात कही थी.


उन्‍होंने बताया कि गरुवार को जिलाधिकारी से आदेश लेकर दो सरकारी गवाह के साथ खलीलाबाद के मेंहदावल बाईपास के पास घेराबंदी की गई. इसी दौरान दारोगा श्रीकांत चौबे पहुंचे. शिकायतकर्ता शत्रुघ्‍न सिंह ने पूर्व में कैमिकल से रंगे नोटों की गड्डी पाकेट से निकालकर 20 हजार रुपए घूस की रकम उन्‍हें पकड़ाई. उसी दौरान टीम ने उन्‍हें पकड़ लिया. एसआई श्रीकांत चौबे का हाथ धुलाया गया, तो लाल रंग निकलने लगा. जिससे नोट की पहचान हो गई.


दोरागा के खिलाफ महुली थाने में मुकदमा दर्ज किया जाएगा. एंटी करप्‍शन टीम में निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, देव प्रकाश रावत, मुख्‍य आरक्षी शैलेन्‍द्र कुमार राय, चन्‍द्रभान मिश्र, पुनीत कुमार सिंह, चालक शैलेन्‍द्र शामिल रहे.