मेरठ: कश्मीरियों के खिलाफ यूपी के मेरठ में होर्डिंग लगाकर माहौल खराब करने के आरोप में पुलिस ने उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी को गिरफ्तार कर लिया जिसे कोर्ट ने जेल भेज दिया.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
थाना परतापुर के प्रभारी दिनेश शर्मा ने बताया कि शनिवार रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अमित जानी को उस समय दिल्ली-दून राजमार्ग पर परतापुर बाईपास से गिरफ्तार कर लिया जब वह दिल्ली के पहाड़गंज से देहरादून जा रहा था.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद आज सुबह अमित जानी को विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
होर्डिंग्स के जरिए कश्मीरियों से यूपी छोड़ने की धमकी
थाना प्रभारी के अनुसार उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष ने एनएच-58 पर वेदव्यासपुरी के सामने कश्मीरियों के खिलाफ होर्डिंग लगवाए थे. इन होर्डिंग्स के जरिए कश्मीरियों से उत्तर प्रदेश छोड़ने को कहा गया था और उन्हें धमकी दी गई थी.
उन्होंने बताया कि अमित जानी के खिलाफ 21 अप्रैल को घाट चौकी प्रभारी विपिन की तरफ से भारतीय दंड विधान की धारा 153 क (1), 153 ख (1) के तहत मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद से अमित जानी फरार था. शनिवार को उसने अपने वकील के.के. पाहवा के जरिये विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में समर्पण की अर्जी दायर की, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
मायावती की प्रतिमा तोड़ने के आरोप में पहली बार विवादों में आया था अमित जानी
पुलिस पूछताछ में उसने कहा कि कश्मीर में भारतीय सैनिक शहीद हो रहे हैं, इसी के चलते उसने कश्मीरियों के खिलाफ होर्डिंग लगवाये थे. गौरतलब है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सत्ता संभालने के बाद अमित जानी लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की प्रतिमा तोड़ने के आरोप में पहली बार विवादों में आया था.
पिछले साल जेएनयू छात्रसंघ के नेता कन्हैया कुमार और उमर खालिद को हत्या की धमकी देने के आरोप में भी उसे गिरफ्तार किया गया था.