यूपी में ‘एंटी रोमियो स्क्वॉड’ सक्रिय, लखनऊ से लेकर वाराणसी तक हुई कार्रवाई
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाएं विशेषकर युवतियां अब चैन की सांस ले सकती हैं, क्योंकि पुलिस राज्य भर में ‘एंटी रोमियो स्क्वॉड’ बना रही है. प्रदेश के एक कोने गोरखपुर से दूसरे कोने गौतमबुद्ध नगर तक स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों ने बाजारों, माल, स्कूल कॉलेजों, कोचिंग सेंटर, पार्क और अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर निगरानी की. वह पता लगाने गये थे कि महिलाओं का कहीं कोई उत्पीड़न तो नहीं हो रहा है.
यूपी पुलिस ने बताया कि स्क्वॉड ने आज पीलीभीत में पांच लोगों को हिरासत में लिया. बाराबंकी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि निगरानी का मकसद यही है कि किसी महिला के साथ उत्पीड़न की घटना नहीं होने पाये. इसे ‘मोरल पोलिसिंग’ नहीं समझना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने ट्वीट किया कि एंटी रोमियो स्क्वॉड का एकमात्र मकसद लडकियों और महिलाओं की सुरक्षा है. कोई ‘मोरल पोलिसिंग’ नहीं है. पुलिस ने ट्वीट किया कि स्क्वॉड ने लखनऊ, बुलंदशहर, मेरठ, मिर्जापुर और रायबरेली में सघन निगरानी की. पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) ए सतीश गणेश ने बताया कि लखनऊ जोन के तहत आने वाले 11 जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे संवेदनशील जगहों पर स्क्वॉड लगायें.
सार्वजनिक जगहों पर शराब का सेवन नहीं
स्क्वॉड यह भी देखेगा कि सार्वजनिक जगहों पर शराब का सेवन नहीं होने पाये क्योंकि अकसर शराब के नशे में लोग सामने गुजरने वाली लड़कियों को छेड़ते हैं. स्क्वॉड का कामकाज शुरू होने के बाद से अब तक पांच युवकों को हिरासत में लिया गया और करीब 934 लोगों से पूछताछ की गयी. शहर के विभिन्न हिस्सों में कुल 176 जगहों पर निगरानी की गयी.
पुलिस अधीक्षक (लखनऊ पूर्व) शिवराम यादव ने बताया कि लखनऊ में 23 एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाये गये हैं. हर स्क्वॉड में एक सब इंस्पेक्टर और चार कांस्टेबल हैं. चार कांस्टेबलों में से दो महिला कांस्टेबल हैं. उन्होंने बताया कि स्क्वॉड के सदस्य वर्दी में भी रहेंगे और सादी वेशभूषा में भी.
रोमियो पर कार्रवाई किस तरीके की होगी, इस सवाल पर यादव ने कहा कि यदि महिला पुलिस में शिकायत नहीं कर रही है तो छेडखानी करने वाले को ‘काउंसिलिंग’ के बाद जाने दिया जाएगा और यदि छेड़छाड़ करने वाला व्यक्ति 18 साल से कम उम्र का है तो किशोर कानून लागू होगा. लेकिन यदि छेडखानी करने वाले की उम्र 18 साल से अधिक है तो उसके खिलाफ आईपीसी और पाक्सो (किसी नाबालिग से छेडछाड की स्थिति में) के तहत कार्रवाई की जाएगी.
वाराणसी: जिला प्रशासन के निर्देश के बाद चलाया गया एंटी रोमियो अभियान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद शोहदों पर कार्रवाई के लिए सभी थानों पर एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया जा रहा है. वाराणसी में प्रशासन ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद उसका पालन करते हुए स्कूल-कॉलेज के बाहर सघन जांच अभियान चलाया. इसी क्रम में वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र के एंटी रोमियो स्क्वॉड ने महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा के लिए अभियान चलाकर स्कूल-कॉलेज के बाहर लगे अश्लील पोस्टरों को भी हटाया. प्रशासन के इस अभियान से छात्राएं काफ़ी खुश हैं और सरकार के इस कदम की सराहना कर रही है.
यूपी के योगी सरकार के आदेश के बाद बने एंटी रोमियो स्क्वॉड द्वारा चलाए गए अभियान से छात्राएं काफी खुश हैं. वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र स्थित आर्य महिला डिग्री कॉलेज में ग्रेजुएशन करने वाली एक छात्रा का कहना है कि आए दिन लोग हमारे ऊपर कमेंट पास करते हैं और गन्दी नजरों से देखते हैं. छात्रा के मुताबिक एंटी रोमियों स्क्वॉड बहुत अच्छा काम कर रही है लेकिन आगे भी ऐसे ही काम हो तो अच्छा रहेगा.
इस पूरे अभियान के बारे में डिप्टी एसपी अनुराग आर्या ने बताया कि स्कूल-कॉलेज, पार्क के आस-पास खड़े होकर छात्राओं और महिलाओं पर छिंटाकसी करने वाले लोगों के ऊपर कार्रवाई की जा रही है. इसी अभियान के तहत चेतगंज स्थित आर्य महिला डिग्री कॉलेज और सिगरा थाना क्षेत्र के शहीद उद्यान के पास चेकिंग की गई.
अनुराग आर्या ने कहा, ''इस अभियान के तहत सभी थानों पर एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया गया है. पुलिस ने कॉलेज के बाहर भोजपुरी फिल्मों के लगाए गए पोस्टर को भी फाड़ कर हटाया, जिसे देख कर छात्राओं और महिलाओं को असहज होना पड़ता है. जिला प्रशासन की तरफ से छात्राओं-महिलाओ की सुरक्षा और सम्मान के लिए इस तरह का अभियान लगातार चलाया जाएगा.''