CM योगी की जाति पर सवाल उठाना मायावती को पड़ सकता है महंगा, BJP नेताओं ने दी FIR के लिए अर्जी
इलाहाबाद: बीएसपी सुप्रीमों मायावती द्वारा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की जाति को लेकर उठाए गए सवाल आने वाले दिनों में उनके गले की फांस बन सकते हैं. इलाहाबाद के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस मामले में मायावती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर पुलिस में अर्जी दी है.
''योगी की जाति पर सवाल उठाकर लोगों की भावनाओं को किया आहत''
अर्जी देने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि मायावती ने योगी की जाति पर सवाल उठाकर उन लोगों की भावनाओं को आहत किया है. आरोप यह भी लगाया गया कि योगी की जाति के बहाने पिछड़ों व दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाकर मायावती समाज को तोड़कर जातीय संघर्ष कराना चाहती हैं. अर्जी के जरिये मायावती के खिलाफ आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की गई है.
इलाहाबाद के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दी गई अर्जी
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मायावती के खिलाफ एफआईआर की यह अर्जी इलाहाबाद के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दी है. अर्जी देने से पहले दर्जनों की तादात में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की. हालांकि पुलिस ने अर्जी लेने के बावजूद अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है.
मायावती ने बीजेपी पर लगाया था पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा करने का आरोप
इस बारे में पुलिस अफसरों का कहना है कि वह कानूनी राय लेने के बाद ही कोई कार्रवाई करेंगे. फिलहाल बीजेपी कार्यकर्ताओं की अर्जी का परीक्षण किया जा रहा है. गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर उनकी जाति को लेकर सवाल उठाए थे और बीजेपी पर पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाया था.