(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उपचुनाव: कैराना में बदलनी पड़ीं 20 फीसदी वीवीपेट मशीनें
मतदान खत्म होने के बाद आयोग की ओर से देर शाम जारी आंकड़ों के मुताबिक कैराना सीट पर इस्तेमाल की गई 1705 वीवीपेट मशीनों में से गड़बड़ी की शिकायतों के चलते 355 वीवीपेट (20.82 प्रतिशत) बदलनी पड़ीं.
नई दिल्ली: दस राज्यों की दर्जन भर लोकसभा और विधानसभा सीटों पर आज हुए उपचुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की कैराना और महाराष्ट्र की भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट पर वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की सर्वाधिक शिकायतों के कारण इन्हें बदलना पड़ा.
मतदान खत्म होने के बाद आयोग की ओर से देर शाम जारी आंकड़ों के मुताबिक कैराना सीट पर इस्तेमाल की गई 1705 वीवीपेट मशीनों में से गड़बड़ी की शिकायतों के चलते 355 वीवीपेट (20.82 प्रतिशत) बदलनी पड़ीं. जबकि भंडारा गोंदिया सीट पर इस्तेमाल की गयी 2149 वीवीपेट में से गड़बड़ी की शिकायतों वाली 413 वीवीपेट (19.22 प्रतिशत) को बदलना पड़ा.
आयोग को मिली थीं ईवीएम और वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें
बता दें कि इन दोनों सीटों पर ईवीएम और वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की आयोग को काफी संख्या में शिकायतें मिली थी. दोपहर बाद एसपी, कांग्रेस और रालोद के संयुक्त प्रतिनिधिमंडलों ने निर्वाचन आयोग के सामने इस मामले को उठाते हुए डेढ़ घंटे से अधिक बाधित रहने वाले मतदान केन्द्रों पर फिर से मतदान कराने और इससे कम समय तक मतदान बाधित रहने वाले मतदान केन्द्रों पर मतदान का समय बढ़ाने की मांग की थी. बाद में बीजेपी के प्रतिनिधमंडल ने भी आयोग से वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायत करते हुए उपयुक्त कार्रवाई करने की मांग की थी.
आयोग के अनुसार उत्तर प्रदेश की नूरपुर विधानसभा सीट पर भी इस्तेमाल की गयी 351 वीवीपेट मशीनों में से 29 मशीनें (8.26 प्रतिशत) बदलनी पड़ीं. जबकि पश्चिम बंगाल की महेशताला विधानसभा सीट पर 12.37 और पंजाब की शाहकोट सीट पर 11.02 प्रतिशत वीवीपेट मशीनें बदलनी पड़ीं. आयोग ने इस दौरान एक भी ईवीएम नहीं बदलने की जानकारी दी.