नई दिल्ली: जेडीयू ने मंगलवार को राजग में अपनी सहयोगी बीजेपी को अटल बिहारी वाजपेयी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के, अनुच्छेद 370 से छेड़छाड़ नहीं करने के फैसले की याद दिलायी और सरकार के इस विवादास्पद अनुच्छेद के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के निर्णय का विरोध किया. लोकसभा में जम्मू कश्मीर के बारे में गृह मंत्री द्वारा पेश संकल्प और विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए जेडीयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि जदयू जम्मू कश्मीर से संबंधित संकल्प और विधेयक पारित करने का हिस्सा नहीं बन सकता.
जेडीयू सांसदों ने सत्ता पक्ष से कहा, ‘‘ आपको विवादास्पद मुद्दे को नहीं छूना चाहिए था. ’’ जेडीयू सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया. ललन सिंह ने कहा कि इस देश में एक दौर था जब आए दिन बम विस्फोट और आतंकी घटनाएं सामने आती थी. साल 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के बाद आतंकवाद के खिलाफ अभियान चला, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक हुई. इससे आतंकी घटनाओं पर लगाम लगी.
जेडीयू सांसद ने कहा कि पाकिस्तान से खाद पानी पाकर आतंकवाद की जड़ जम्मू कश्मीर में फैलती रही है. उन्होंने कहा कि 17वीं लोकसभा में आतंकवाद पर प्रभावी लगाम लगाने के लिये यूएपीए, एनआईए संशोधन विधेयक पारित हुए. जेडीयू ने इसका समर्थन किया. ललन सिंह ने कहा कि 1996 से ही जेडीयू, बीजेपी के साथ है, एनडीए में है. अटलजी के समय ‘एजेंडा फॉर गवर्नेंस’ में अनुच्छेद 370 जैसे विषयों से छेड़छाड़ नहीं करने की बात कही गई थी. आज की परिस्थिति में इस विषय को नहीं छुआ जाना चाहिए था.
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