(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बुलंदशहर हिंसा: ओवैसी का योगी पर निशाना, कहा- खुद शहीद सुबोध सिंह के घर क्यों नहीं गए सीएम?
बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के घर तत्काल प्रभाव से सुरक्षा गार्ड लगा दिए गए हैं.साथ ही पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वो वक्त-वक्त पर शहीद के घर जाकर हाल लेते रहें.
लखनऊ: बुलंदशहर भीड़ हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को शहीद के घर जाना चाहिए था, उनको अपने पास क्यों बुलाया?
बता दें कि तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वोट डाला. तेलंगाना में कई सीटों पर ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. सूबे में सभी 119 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबोध सिंह के परिवार वालों को आश्वासन दिया है कि उन्हें पूरा न्याय मिलेगा और घटना के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. इस मुलाकात के दौरान प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह भी मौजूद थे. मुलाकात के बाद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने परिवारजनों को आश्वासन दिया है कि दोनों बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च सरकार उठाएगी.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पहले ही सरकार की ओर से राठौर के परिवार को 40 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा कर चुके हैं. चूंकि दिवंगत इंस्पेक्टर के माता पिता जीवित नहीं हैं इसलिए उन्हें मिलने वाली दस लाख रुपये की राशि भी पत्नी और बच्चों को मिलेगी. बच्चों की पढाई के संबंध में तय किया गया है कि इसके लिए बैंक से ली गई ऋण राशि का भुगतान सरकार की ओर से किया जाएगा.
शहीद के बड़े बेटे श्रेय ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से पूरा आश्वासन मिला है कि न्याय मिलेगा. जो भी आरोपी हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी. संकट की इस घड़ी में वह हमारे साथ हैं और रहेंगे.
मामले की जांच कहां तक पहुंची, इस सवाल पर डीजीपी ने कहा कि जब जांच पूरी हो जाएगी तो जानकारी दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने परिवार को असाधारण पेंशन, एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और जैथरा-कुरावली सड़क का नाम दिवंगत अधिकारी के नाम पर रखे जाने की बात भी कही. मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री आवास पर डीजीपी के अलावा प्रभारी मंत्री राजेश गर्ग समेत अन्य आला अधिकारी भी मौजूद थे.