आगरा: प्रेम की जीती जागती निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए अब जेब थोड़ा ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. एएसआई ने ताजमहल के साथ 16 और ऐतिहासिक इमारतों के एंट्री फी बढ़ा दी है. ताजमहल को देखने के लिए भारतीय पर्यटकों को 10 रुपए और विदेशियों को 100 रुपए ज्यादा चुकाने होंगे.


संस्कृति मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार विदेशी पर्यटकों को अब 500 रुपए टोल टैक्स के साथ कुल 1100 रुपए देने होंगे. वहीं भारतीय पर्यटकों को 40 की जगह अब 50 रुपए का टिकट लेना होगा. शार्क देशों के पर्यटकों को 500 रुपए टोल टैक्स के साथ कुल 540 रुपए अदा करने होंगे.


हाल ही में ताजमहल को दुनिया का छठा सबसे प्रमुख स्मारक चुना गया है. शाहजहां और मुमताज महल के प्रेम की जीती जागती निशानी ताजमहल दुनिया का छठा और एशिया का दूसरा प्रमुख स्मारक है. मु्गल स्थापत्य कला के इस बेहतरीन नमूने को ऑनलाइन यात्रा सलाह देने वाली कंपनी ट्रिप एडवाइजर के ट्रैवलर्स चॉइस अवार्ड 2018 में चुना गया है.


टीओआई के मुताबिक ताजमहल के साथ-साथ कई ऐतिहासिक इमारतों एंट्री फी में दूसरी बार बढ़ोत्तरी की है. इसके पहले 2016 में दाम बढ़ाए गए थे. "बी" श्रेणी के स्मारकों के लिए, भारतीयों के लिए दरें 15 रुपए से बढ़ाकर 25 रुपए कर दी गई हैं और विदेशियों के लिए 200 रुपए से 300 रुपए हो गई हैं.


कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय ने एक डिस्काउंट ऑफर भी शुरू किया है. अगर टिकट ऑनलाइन बुक करते हैं तो भारतीय पर्यटकों को 5 और विदेशी पर्यटकों को 50 रुपए की छूट दी जाएगी.


आगरा में तीन इमारतों को ए श्रेणी में रखा गया है जिसमें ताज महल, फतेहपुर शिकरी और आगरा फोर्ट शामिल हैं. वहीं बी श्रेणी में अकबर का मकबरा, मरियम का मकबरा, राम बाग,इत्माद-उद-दौला और मेहताब बाग को रखा गया है.


इसी तरह दिल्ली के कुतुब मीनार और लाल किले ए श्रेणी में आते हैं और बी श्रेणी में जंतर मंतर, पुराना किला, तुगलकाबाद किला, कोटला फिरोजशाह, सैदरीजंग मकबरा आते हैं.