प्रयागराज: नये साल के स्वागत में कुंभ की नगरी प्रयागराज का पाश इलाका सिविल लाइंस बिजली की रंगीन रोशनी से नहा उठा. इस मौके पर सिविल सिविल लाइंस इलाके को बेहद ख़ूबसूरती से सजाया गया था, लेकिन यहां की हेरिटेज बिल्डिंग पत्थर गिरजाघर में पांच लाख बल्बों से की गई बिजली की अदभुत सजावट देखते ही बन रही थी. आल सेंट कैथेड्रिल चर्च यानी पत्थर गिरिजाघर में पांच लाख बल्बों से की गई सजावट को देखकर ऐसा लग रहा था मानों एक साथ लाखों सितारे आसमान से ज़मीन पर उतर आये हों. प्रयागराज के आल सेंट कैथेड्रिल चर्च को एशिया का सबसे बड़ा चर्च माना जाता है. कुंभ के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चर्च की यह सजावट ख़ास आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.


पिछले कई दिनों से की गई इस सजावट को देखने के लिए बड़ी तादात में लोग जुटे रहे. जो कोई भी बिजली की रंगीन रोशनियों से की गई सजावट को देख रहा था वह इस पर से अपनी नज़रे नहीं हटा पा रहा था. नये साल के स्वागत में इस तरह का खूबसूरत नज़ारा प्रयागराज के लोगों को काफी दिनों तक याद रहेगा. नये साल के मौके पर यहां हर साल इसी तरह की अनूठी सजावट की जाती है, जिसकी तैयारियां करीब महीने भर पहले से की जाती हैं. इस बार भी यहां की सजावट देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ जुटी हुई थी. तमाम लोग नये साल के स्वागत में चर्च कैम्पस में कैंडल जलाकर सबके लिए खुशियों की कामना की.


नये साल के पहले दिन इस गिरिजाघर में विशेष प्रार्थना सभा की जाती है, जिसमें बड़ी तादात में लोग शामिल होते हैं. इस प्रार्थना सभा में शांति और अमन चैन कायम रहने की कामना की जाती है. नये साल के स्वागत में प्रयागराज के इस चर्च के साथ ही दूसरी इमारतों को भी ऐसे ही खूबसूरती से सजाया गया है.