लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 13-14 मई की दरमियानी रात आए भयानक अंधड़ में 38 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 लोग घायल हुए हैं. सबसे ज्यादा छह लोगों की मौत कासगंज जिले में हुई है जबकि बरेली और बाराबंकी में पांच-पांच लोगों की मौत हुई है. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस आंधी से 177 मकानों को नुकसान पहुंचा है.


मुजफ्फरनगर, शामली में अंधड़ के कारण दो की मौत


पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में अंधड़ के कारण एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि पावती गांव के निकट पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर रियासत अली (52) की मौत हो गई जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया.


शामली जिले के जलालाबाद इलाके में अंधड़ के कारण एक मकान की दीवार ढह गई. हादसे में 50 वर्षीय अनवारी बेगम की मौत हो गई. मुजफ्फरनगर और शामली जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि दोनों जिलों में करीब 12 लोग घायल हो गए. आंधी के कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई.


संभल में आग लगने से 25 मकान जले


अंधड़ के दौरान जिले के एक गांव में कचरे के ढेर में सुलग रही आग भड़क उठी जिससे करीब 25 मकान और कई मवेशी जल गये. एक अन्य घटना में ट्रैक्टर ट्राली पर पेड़ गिरने से एक किशोर की मौत हो गयी जबकि कई लोग घायल हो गए.


क्षेत्राधिकारी पुलिस गुन्नौर शकील अहमद ने बताया कि कल शाम आयी आंधी के दौरान रजपुरा थाना क्षेत्र के चाउ पुर की मड़ैया गाँव मे कूड़े के ढेर में सुलग रही आग की चिंगारी ने आंधी के कारण विकराल रूप धर लिया. जब तक दमकल विभाग आग पर काबू कर पाता, गांव के करीब 25 मकान और कई मवेशी जिंदा जल गए.


कोतवाल गिन्नौर रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जुनावई के पास आंधी के कारण एक पेड़ ट्रैक्टर ट्राली पर गिर गया. हादसे में राजेश (14) की मौत हो गई जबकि 5-6 लोग भी घायल हुए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.