कानपुर: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश सोमवार को कानपुर आएगा. अटल बिहारी बाजपेई का छात्र जीवन कानपुर में ही बीता और उन्होंने राजनीति के गुण भी यहीं से सीखे. इस शहर से उनका बहुत ही गहरा नाता रहा है. उनके निधन के बाद अब उनकी अस्थियों को शहर वासियों के लिए रखा जाएगा. अस्थि कलश की यात्रा निकाल कर बिठूर के ब्रम्हावर्त घाट तक ले जाया जाएगा. जहा पर मंत्रोचारण के साथ गंगा में विसर्जित किया जाएगा.


अटल बिहारी वाजपेयी का गंगा से बहुत पुराना रिश्ता रहा है. छात्र जीवन में वो अक्सर गंगा के तट पर बैठ कर दोस्तों के लिए भांग पीसते थे, गंगा के किनारे हसी-ठिठोली और कविताओं की रचना करते थे. उनका गंगा के प्रति आदर सम्मान रहा है. यही वजह कि अटल का जिन जिलों से गहरा नाता रहा है वहां के जिला मुख्यालयों में अस्थि कलश रखा जाएगा.


सोमवार को अस्थिकलश कानपुर आएगा और इसके बाद जनता दर्शन यात्रा निकाली जाएगी. खुली जीप में अटल जी की अस्थि कलश को पूरे शहर में घुमाया जाएगा. जिसमें शहर वासी उनके दर्शन करेंगे, इसके बाद यह यात्रा बिठूर के ब्रम्हावर्त घाट पहुंचेगी. जहां उनकी अस्थियों को विसर्जित किया जाएगा.


बीजेपी नगर इकाई द्वारा इस कार्यक्रम की तैयारिया शुरू कर दी गई है. अस्थि कलश के साथ बीजेपी के बड़े नेता, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहेंगे. बीजेपी अस्थि कलश यात्रा को एक यादगार यात्रा बनाएगी.