अयोध्या मामला: CJI से मिलने दिल्ली रवाना हुए यूपी के DGP और मुख्य सचिव, सुरक्षा तैयारियों पर होगी समीक्षा
गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों के चार हजार जवान भेजे हैं. अयोध्या समेत यूपी के सभी जिलों में पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है. कहीं फ्लैग मार्च हो रहा है तो कहीं पुलिस लोगों से संवाद कर उनसे शांति बनाए रखने की अपील कर रही है.
लखनऊ: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर हलचल तेज हो गई है. फैसले के बाद कहीं किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए हर कवायद की जा रही है. गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश पुलिस डीजीपी और मुख्य सचिव चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं. जानकारी के मुताबिक ये मुलाकात 12 बजे हो सकती है. चीफ जस्टिस अयोध्या फैसले से पहले की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं.
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं और ऐसे में साफ है कि मामले की सुनवाई कर रही पांच जजों की संविधान पीठ उससे पहले ही अपना फैसला सुना देगी.
केंद्र सरकार ने आने वाले इस फैसले को ध्यान में रखते हुए करीब 4 हजार जवानों को यूपी भेजा है. केंद्रीय शस्त्र पुलिस बल के ये जवान 18 नवंबर तक राज्य में रहेंगे. कोर्ट के फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश और खास तौर पर अयोध्या में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. अयोध्या को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
आपको बता दें कि पूरे राज्य में धारा 144 लागू है. धार्मिक संगठन और नेता लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. पार्टियों ने भी अपने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की है.
इन चीजों पर लगाई गई है रोक
अयोध्या के जिलाधिकारी ने भी 30 बिंदुओं वाला एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में कई तरह की रोक लगाई गई है, जिसमें सार्वजनिक या निजी स्थान पर कार्यक्रम आयोजित कर कुछ ऐसा करना जिससे भावनाएं भड़के, शस्त्र उपयोग पर प्रतिबंध, तेज़ाब या कोई और विस्फोटक की श्रेणी के आने वाली वस्तु और कंकड़ पत्थर को इकट्ठा करने पर प्रतिबंध, किसी को भी बिना अनुमति किसी तरह का विजयोत्सव निकालने पर प्रतिबंध, लाउडस्पीकर के उपयोग पर प्रतिबंध, सोशल मीडिया पर कुछ भी अपमानजनक लिखने पर कड़ाई की जाएगी और मंदिर/मस्ज़िद के नाम पर कुछ भी भड़काऊ कार्यक्रम करने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
कई जिलों में पुलिस हाई अलर्ट पर
यूपी की योगी सरकार भी अयोध्या पर फैसले से पहले एहतियातन कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल यूपी के सभी जिलों के डीएम और एसएसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और निर्देश दिए. अयोध्या, समेत इटावा, एटा, सुल्तानपुर, गोरखपुर, प्रतापगढ़ जिले में पुलिस हाई अलर्ट है. कई जिलों में पुलिस दंगे और बलवा की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल कर रही है. कई जगहों पर फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है.
अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन कैमरे से नजर
अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है तो कानपुर में तो एयरबलून के सहारे 100 फीट ऊपर कैमरा लगाकर कर हर इलाके पर नजर रखी जा रही है.
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